दूरसंचार क्षेत्र के समायोजित सकल राजस्व (AGR) में तिमाही आधार पर 1.88 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई और यह वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में बढ़कर 67,835 करोड़ रुपये हो गया।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के आज जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। एजीआर वह आधार होता है, जिस पर दूरसंचार विभाग परिचालकों द्वारा भुगतान किए जाने वाले शुल्क की गणना करता है। पिछली दो तिमाहियों में इसमें 1.46 प्रतिशत और 1.75 प्रतिशत का इजाफा हुआ था।
दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतक की इस तिमाही रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि दूरसंचार परिचालकों के प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (ARPU) में वृद्धि के परिणामस्वरूप सालाना आधार पर तीसरी तिमाही में एजीआर में 7.84 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
दूरसंचार सेवा प्रदाताओं का सकल राजस्व भी तीसरी तिमाही के दौरान पिछली तिमाही के मुकाबले 2.13 प्रतिशत बढ़कर 84,500 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि सालाना आधार पर इसमें चार प्रतिशत की गिरावट आई।
इस बीच तीसरी तिमाही में एकत्रित किया गया लाइसेंस शुल्क पिछली तिमाही के मुकाबले दो प्रतिशत बढ़कर 5,433 करोड़ रुपये हो गया। सालाना आधार पर इसमें आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ। स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क (एसयूसी) से एकत्रित राशि तिमाही आधार पर मामूली रूप से 1.06 प्रतिशत बढ़कर 845 करोड़ रुपये हो गई, जो पहले 833 करोड़ रुपये थी। सालाना आधार पर इसमें चार प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।