कंपनी सूत्रों ने प्रेट्र से कहा, हमने जेसोप की दमदम स्थित फैक्टरी को सदा के लिये बंद करने को लेकर श्रम मंत्रालय को एक नवंबर को पत्र लिखा है। पत्र की प्रति मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी भेजी गयी है।
सूत्रों के मुताबिक, दो कारणों से यह निर्णय किया गया है....एक तरफ जहां उत्पादन घटकर नाममात्र रह गया है वहीं 600 कर्मचारियों का वेतन बिल प्रति महीने करीब 2 करोड़ रपये है। साथ ही फैक्टरी में लगातार चोरी जारी है।
भारी इंजीनियरिंग कंपनी के अधिकारियों का आरोप है कि कुछ स्थानीय हस्तक्षेप के कारण फैक्टरी में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी खराब है।
रूइया ने विनिवेश के तहत बेची गयी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को 2003 में 18 करोड़ रपये में लिया था।