मौजूदा समय में वैश्विक आर्थिक मंदी और कर्ज की कमी से जूझ रहे भारतीय उद्योग भी नवंबर महीने में अपनी बिक्री की रफ्तार पर ब्रेक लगाने से रोक नहीं पाया है।
पिछले साल में नवंबर महीने के मुकाबले इस महीने कार या मोटर साइकिल बनाने वाली कंपनियों की बिक्री में जबरदस्त गिरावट का दौर देखा गया है। देश में यात्री कार बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की नवंबर महीने में कार बिक्री में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई।
कारों की बिक्री 27.4 फीसद घटकर 47,103 वाहन हो गई। पिछले वर्ष की समान अवधि में कंपनी की कारों की बिक्री 64,885 इकाई थी। मारुति सुजुकी की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की कुल बिक्री 24.4 प्रतिशत घटकर 52,111 वाहन हो गई।
इस बिक्री में कंपनी की कारों के अलावा जिप्सी, ग्रांड विटारा के साथ निर्यात वाहन भी शामिल हैं। पिछले वर्ष नवंबर में कंपनी की कुल बिक्री 69,699 इकाई पर थी। कंपनी ने बताया कि कॉम्पेक्ट कारों (ऑल्टो, जेन एस्टिलो, वैगन आर, स्विफ्ट और ए-स्टार) की बिक्री 26.6 फीसद घटकर 34,976 इकाई हो गई जो पिछले साल नवंबर में 47,641 इकाई थी।
नवंबर में कंपनी के सीडान एसएक्स 4, एस्टीम और डिजायर की बिक्री 40.3 फीसद बढ़कर 5,975 इकाई रह गई जो पिछले वर्ष के समान महीने में 4,260 इकाई पर थी। मारुति सुजुकी इंडिया की घरेलू कारों की बिक्री 26.9 फीसद घटकर 47,704 इकाई पर पहुंच गई जो पिछले साल नवंबर में 65, 216 इकाई पर थी।
कार निर्मात कंपनी के लिए इस महीने में सिर्फ निर्यात के आंकड़े ही अच्छे माने जा सकते हैं। नवंबर में कंपनी की कारों का निर्यात 11.7 फीसद बढ़कर 5,007 इकाई पर जा पहुंचा जो पिछले साल इसी अवधि में 4,483 इकाई पर था।
डैमलर एजी की भारतीय इकाई मर्सिडीज-बेन्ज इंडिया (एमबीआई) की अक्टूबर-नवंबर में बिक्री 20 फीसद घटकर 2,491 हो गई। एमबीआई के कारोबारी प्रमुख सुहास कडलास्कर का कहना है, ‘सितंबर तक एमबीआई की बिक्री में 47 फीसदी का इजाफा हो रहा था। सितंबर में हमने लगभग 3141 कारों की बिक्री की थी। जबकि अक्टूबर-नवंबर के दौरान हमने 2491 कारों की बिक्री की थी।’ उन्होंने बताया कि एमबीआई ने इस साल अक्टूबर में करीब 170 कारों की ही बिक्री की है।
उन्होंने बताया कि बाजार में छाई मंदी से यह भी नहीं बच पाई और कंपनी की बिक्री पर इसका असर पड़ा। साल 2009 में कंपनी को हालात और भी खराब होने के आसार लग रहे हैं।
कार कंपनियों की तरह ही दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियों पर भी मंदी ने असर छोड़ा है।
टीवीएस मोटर कंपनी की नवंबर, 2008 में दोपहिया वाहनों की बिक्री 12.7 फीसदी घटकर 98,402 इकाई हो गई जो पिछले वर्ष इसी महीने में 1,12,766 इकाई थी। नवंबर में कंपनी की मोटरसाइकिलों की बिक्री घटकर 45,276 इकाई पर जा पहुंची जो पिछले साल इसी महीने में 57,113 इकाई थी।
कंपनी की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया, ‘सामान्य मुद्रास्फीति की दर, नकदी संकट और अधिक ब्याज दर को लेकर जारी प्रतिकूल प्रभाव ने ब्रिक्री पर असर डाला है।’ निर्यात के मायने में कंपनी ने 100 फीसदी का विकास दर्ज किया है। कंपनी ने नवंबर में 20,911 इकाइयों की बिक्री की है, जबकि पिछले वर्ष इसी महीने में उसने 10,408 इकाइयों का निर्यात किया था।
देश की दूसरी सबसे बड़ी दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी बजाज ऑटो की नवंबर में मोटरसाइकिल बिक्री में 37 फीसद की गिरावट देखी गई। नवंबर में कंपनी ने 1,31,681 वाहनों की बिक्री की जबकि पिछले साल की समान अवधि में कंपनी ने 2,09,681 वाहन बेचे थे।
नवंबर महीने में कंपनी ने वाहनों की कुल बिक्री में 37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,32,421 वाहन बेचे, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 2,11,600 वाहन का था। कंपनी का कहना है कि दोपहिया वाहनों की बिक्री में जबरदस्त गिरावट मांग में मंदी और डीलरों के पास अधिक संख्या में वाहनों को दिखाता है और डीलरों के पास दिसंबर 2008 में भी अधिक संख्या में वाहन देखे जा सकते हैं।
हालांकि कंपनी के तिपहिया वाहनों की बिक्री में 13 प्रतिशत के इजाफे के साथ 27,326 वाहनों की बिक्री हुई है, जबकि पिछले साल नवंबर में यह आंकड़ा 24,197 वाहन था। कंपनी का निर्यात नवंबर महीने में 46 प्रतिशत बढ़कर 67,397 वाहन हो गया जो पिछले साल नवंबर में 46,295 वाहन था।