कोरोनावायरस से फैली महामारी के कारण ज्यादातर कंपनियों के कर्मचारी तकरीबन एक साल से घरों से काम कर रहे हैं। लेकिन कंपनियां अब उन्हें वापस दफ्तर में लाने के लिए सतर्कता से कदम उठा रही हैं और कोविड टीका आने से भी उनका भरोसा थोड़ा बढ़ा है। हालांकि उद्योग जगत इससे वाकिफ है कि कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है, इसलिए वे कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए धीरे-धीरे उन्हें दफ्तर आने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।
अन्य कंपनियों की तरह टाटा मोटर्स भी सहयोग का रुख अपना रही है। कंपनी ने 1 फरवरी से अपने कर्मचारियों को बारी-बारी से हफ्ते में एक दिन कार्यालय आने को कहा था। कंपनी के एक कर्मचारी ने कहा, ‘हमें दफ्तर आने से पहले ऐप के जरिये अपनी सीट बुक करानी पड़ती थी ताकि कार्यस्थल पर शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) सुनिश्चित हो सके और प्रत्येक मंजिल पर कर्मचारियों की तय संख्या हो।’ दक्षिण मुंबई मुख्यालय वाले महिंद्रा समूह ने कर्मचारियों को दफ्तर आने के लिए अभी नहीं कहा है। सूत्रों ने कहा, ‘कार्यालय आना पूरी तरह से स्वैच्छिक है।’
आईटीसी में कॉरपोरेट मानव संसाधन प्रमुख अमिताभ मुखर्जी ने कहा कि कई कंपनियां हाइब्रिड मॉडल (घर तथा कार्यालय से काम करना) को अपनाने पर ध्यान दे रही हैं। किसी अन्य बीमारी से पीडि़त या सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करने वालों को फिलहाल कार्यालय नहीं बुलाया जा रहा है।
जेनपैक्ट मध्यम अवधि में 90 फीसदी कर्मचारियों को घरों से काम करने की अनुमति देने पर विचार कर रही है। कर्मचारियों को प्रशिक्षण, टीम-बिल्डिंग और रणनीतिक बैठकों के लिए ही कार्यालय आने की जरूरत होगी। जेनपैक्ट के वैश्विक परिचालन अधिकारी डेरेन सोमर ने कहा, ‘इससे हमें रिमोट पर काम करने के फायदे भी मिलेंगे और कर्मचारियों का जुड़ाव भी बना रहेगा।’
टीसीएस ने जून 2021 तक कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दी है। कंपनी के टैलेंट ट्रांसफॉर्मेशन एवं पॉलिसी के वैश्विक प्रमुख सत्य नारायण मेहता ने कहा, ‘हम अपने कर्मचारियों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।’
नोएडा की कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजिज कोविड-19 से बचाव के लिए कई स्तरीय उपाय अपना रही है, इनमें टीकाकरण प्रमुख है। लेकिन एचसीएल के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी अप्पाराव वीवी ने कहा कि टीकाकरण पूरी तरह से स्वैच्छिक निर्णय होगा। इन्फोसिस भी पात्र कर्मचारियों को टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। कंपनी के एचआर प्रमुख और कार्यकारी उपाध्यक्ष रिचर्ड लोबो ने कहा, ‘हम टीकाकरण को अपने कार्यालय में प्रवेश के लिए अनिवार्य आवश्यकता नहीं बना रहे हैं।’
टेक महिंद्रा को उम्मीद है कि उसके 25 से 30 फीसदी कर्मचारी घर से काम करना जारी रखेंगे। कंपनी संपर्क रहित कार्यस्थल बनाने के लिए बुक माई सीट ऐप्लिकेशन और चेहरे की पहचान से उपस्थिति दर्ज करने के लिए डिजिटल तकनीक का सहारा ले रही है। टेक महिंद्रा के ग्लोबल चीफ पीपल ऑफिसर ओर मार्केटिंग प्रमुख हर्षवेंद्र सोइन ने कहा कि कंपनी ने कोविड-19 की जांच के लिए एमहेल्दी समाधान भी पेश किया है।
निजी विमानन कंपनी विस्तारा ने फरवरी के अंतिम हफ्ते से दफ्तर में कर्मचारियों की संख्या 33 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दी है। मेक माई ट्रिप के समूह मुख्य मानव संसाधन अधिकारी युवराज श्रीवास्तव ने कहा कि कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए हैं।
कर्मचारियों के बीच संपर्क कम से कम हो, इसके लिए कंपनी डिजिटल कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। मुंबई की एक बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी के कर्मचारी प्रबंधन की अनुमति के बाद ही दफ्तर आ सकते हैं। संक्रमण का प्रसार न हो, इसके लिए कर्मचारियों को केबिन दिए गए हैं।
सनटेक रियल्टी भी उन्हीं विभाग के कर्मचारियों को दफ्तर बुला रही है जिनकी जरूरत है। दोपहिया कंपनी टीवीएस मोटर में भी रोस्टर को लचीला बनाया गया है। जीएसके फार्मा कार्यालय में कर्मचारियों की उपस्थिति के संबंध में संबंधित राज्यों के निर्देशों का पालन करने का निर्णय किया है। जीएसके ने अपने कर्मचारियों के लिए टीके कैसे खरीदे जा सकते हैं, इसके लिए सीरम इंस्टीट्यूट से बात की है।
निप्पॉन इंडिया म्युचुअल फंड भी अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए टीके का प्रबंध करने का प्रयास कर रही है। कंपनी के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी राजेश डेरगावेन ने कहा कि कंपनी ने कोविड कमांडो नाम से पुस्तिका तैयार की है जिसमें कार्यालय, यात्रा या घर में किन सावधानियों का पालन करना चाहिए, उसके बारे में बताया गया है।
कॉग्निजेंट इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक राजेश नांबियार ने कहा कि कंपनी करीब 2 लाख से अधिक पूर्णकालिक कर्मचारियों और उनके आश्रितों तथा 50 हजार अनुबंधित कर्मचारियों और उनके परिवारों के टीकाकरण का खर्च वहन करेगी। हीरानंदानी समूह के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि कार्यस्थल को नई परिस्थितियों के हिसाब से नए सिरे से तैयार किया गया है।
टाइटन कंपनी अपने कर्मचारियों, उनके परिवारों और परिसर में आने वालों को ऐप के जरिये स्वास्थ्य जांच करती है। कंपनी की रिटेल एवं कॉरपोरेट-एचआर प्रिया मैथिलाकांत ने कहा, ‘फिलहाल करीब 50 फीसदी कर्मचारी बार-बारी से साप्ताहिक आधार पर दफ्तर से काम कर रहे हैं।’
टॉरंट समूह जैसी कई कंपनियां पहले की तरह सामान्य स्थिति में लौट आई हैं।बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी शांतनु बनर्जी ने कहा कि क्यूआर कोड आधारित रोस्टर बना हुआ है। कंपनी अपने सभी कर्मचारियों के टीकाकरण का खर्च वहन करेगी। कंपनी अपने 50 फीसदी कर्मचारियों को कहीं से भी काम करने की अनुमति दे सकती है।
एचडीएफसी की प्रबंध निदेशक रेणु सूद कर्नाड ने कहा कि कई काम घर से किए जा रहे हैं और आगे भी इसे जारी रखा जा सकता है।
(शैली सेठ मोहिले, ईशिता आयान दत्त, शिवानी शिंदे, समरीन अहमद, सोहिनी दास, नेहा अलावधी, अनीश फडणीस, समी मोडक, टीई नरसिम्हन, राघवेंद्र कामत, अभिजित लेले, सुब्रत पांडा और चिराग माडिया)