यूपी में आक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए आगे आईं चीनी मिलें

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 4:42 AM IST

उत्तर प्रदेश में कोरोना संकट के दौर में आक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए चीनी मिलें आगे आई हैं। प्रदेश सरकार ने बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व फंड (सीएसआर) के माध्यम से इनकी व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए थे। अब प्रदेश का आबकारी तथा चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग राज्य में कोरोना मरीजों को बचाने के लिए ऑक्सीजन जेनरेटर्स लगा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इसके लिए 75 जिलाधिकारियों ने 79 अस्पतालों का चयन कर लिया  है। जिसमें ज्यादातर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र से लगे हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। इनमें से 15 जगहों पर ऑक्सीजन पाइपलाइन एवं जेनरेटर की व्यवस्था उपलब्ध है और 16 स्थलों पर आंशिक व्यवस्था उपलब्ध है। ऐसे में आबकारी तथा चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग प्रदेश में कुल 3200 बेड्स पर ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहा हैं।

इन दोनों विभागों की तरफ से अब तक 54 ऑक्सीजन जेनरेटर निर्माताओं को खरीद के आदेश जारी कर दिए गए हैं।  प्रदेश सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक आबकारी विभाग की ओर से 30 जबकि गन्ना विभाग की ओर से 45 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व जिला अस्पतालों का चयन किया गया है, जहां ऑक्सीजन जेनरेटर्स लगाए जाएंगे। प्रदेश सरकार की तरफ से इन ऑक्सीजन जेनरेटर्स को एयरलिफ्ट कराने की भी तैयारी जोरों पर है। इसके लिए  साई नॉन कन्वेंशनल एनर्जी, गैसटेक इंजी. प्राइवेट लिमिटेड और मेडवांते इंडिया एलएलपी द्वारा मशीनों को एयरलिफ्ट कराने का अनुरोध किया गया है। जिसके लिए ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट के सप्लायर्स से लिफ्टिंग शेड्यूल मांगा गया है।
गौरतलब है कि इन ऑक्सीजन जेनरेटर्स को प्रयोग में लाए जाने के लिए चयनित अस्पतालों में डब्लूएचओ के  मानकों के अनुरूप ऑक्सीजन पाइपलाइन और न्यूनतम लगभग 42 किलोवॉट क्षमता के जेनरेटर एवं विद्युत स्वीकृत लोड की आवश्यकता होगी। प्रवक्ता ने बताया कि बरेली, गोरखपुर और सीतापुर, शामली, कुशीनगर, अमरोहा में दो-दो अस्पतालों का चयन किया गया है।

First Published : May 18, 2021 | 1:00 AM IST