हाल ही में प्रोजेक्ट टुडे के एक सर्वे के मुताबिक गुजरात के परियोजना के विकास में 27.8 फीसदी की कमी आई है। पिछले वित्तीय वर्ष के समाप्त होने पर कुल निवेश के मामले में गुजरात तीसरे से चौथे स्थान पर आ गया है।
सर्वे के मुताबिक गुजरात में वर्ष 2008-09 के दौरान कुल निवेश 81,000 करोड़ रुपये का हुआ, 88 प्रोजेक्ट को पूरा करने में 31,644 करोड़ रुपये लगे, जबकि राज्य के विकास में 27.8 फीसदी कमी आई है, वहीं राष्ट्रीय विकास दर का औसत 37.4 फीसदी है। राज्य सरकार इस बात पर खुश है कि उसके पास पिछले वित्तीय वर्ष में देश के कुल निवेश का 25 फीसदी हिस्सा रहा है।
इसके अलावा सर्वे में गुजरात उन पांच राज्यों में सबसे ऊपर है जहां निजी आयोजकों का झुकाव सबसे ज्यादा रहता है। राज्य का कुल दो-तिहाई आयोजित निवेश प्राइवेट प्रमोटरों के द्बारा किया गया था। इस मामले में महाराष्ट्र आगे है जहां दो-तिहाई निवेश सार्वजनिक क्षेत्रों ने किया है।
सर्वे के मुताबिक राज्य सरकार के पिछले वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के सफल आयोजन को देखकर कर हजारों निवशकों ने भारी मात्रा में निवेश करने की इच्छा जाहिर की थी। हालांकि मंदी को देखते हुए कुछ कंपनियों ने राज्य में अपनी परियोजनाओं को टाल दिया है।