भारतीय प्रबंधन संस्थानों में जिस कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) के जरिये दाखिला होता है, अब उसका टेस्ट ऑनलाइन भी दिया जा सकता है।
कैट की तैयारी कराने वाले कोचिंग सेंटर भी अब इसकी ऑनलाइन तैयारी कराने में जुट गए हैं। करियर लॉन्चर और टाइम जैसे कोचिंग संस्थानों ने साथ मिलकर इस दिशा में कदम भी बढ़ा दिए हैं। इसी कड़ी में करियर लॉन्चर अपने सेंटरों पर कंप्यूटर टर्मिनल लगाने के लिए 30 लाख रुपये खर्च करने जा रहा है।
एमबीए की तैयारी कराने वाले एक कोचिंग सेंटर, करियर लॉन्चर के निदेशक शिव कुमार कहते हैं, ‘ऑनलाइन कैट का मतलब है कि लोकल सर्वर से जुड़ा कंप्यूटर आपका टेस्ट ले लेता है। हम अपनी छात्रों को ट्रेनिंग देने के लिए भी इस तकनीक का इस्तेमाल करने जा रहा है।’ इसी तरह का दूसरा कोचिंग सेंटर ‘टाइम’ भी ऐसी ही योजना पर काम कर रहा है।
इसके लिए टाइम कॉलेजों और रिलायंस इन्फोकॉम जैसी कंपनियों से भी संपर्क कर रहा है। टाइम में प्रोडक्ट मैनेजर (कैट) जयदीप सिंह चौधरी कहते हैं, ‘हम, कंप्यूटर ट्रेनिंग इंस्टीटयूट और कंप्यूटर लैब वाले कॉलेजों से गठजोड़ करने का प्रयास कर रहे हैं।’ टाइम के 81 शहरों में 169 सेंटर हैं जिनमें 50,000 से भी अधिक छात्र कैट की तैयारी कर रहे हैं।
आईआईएम को उम्मीद है कि साल दर साल ऑनलाइन टेस्ट देने वालों की तादाद बढ़ती ही जाएगी। चार साल पहले जहां 90,000 प्रतिभागियों ने कैट का टेस्ट दिया था तो चार साल बाद यह आंकड़ा बढ़कर 2.3 लाख प्रतिभागियों तक पहुंच गया। इस साल उम्मीद की जा रही है कि तकरीबन 3 लाख छात्र कैट का टेस्ट देंगे। वहीं दस साल पहले यह संख्या महज 35,000 थी।
कारोबार जगत का मानना है कि ऑनलाइन परीक्षा में सवालों की संख्या कम रहेगी। कुमार कहते हैं, ‘कैट में प्रश्नों की संख्या लगातार घटती जा रही है। पिछले दो साल से कुल 75 प्रश्न आ रहे हैं। यह 1998 की कैट परीक्षा में आए प्रश्नों का कुल 45 फीसदी ही हैं। जीमैट के ऑनलाइन टेस्ट में भी तकरीबन 75 सवाल आ रहे हैं।’
ऑनलाइन कैट उन्हीं छात्रों के लिए उपयोगी है जिन्हें कंप्यूटर पर पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं आती हो। कुमार कहते हैं, ‘अब लोग कंप्यूटर के जरिये सीखने में अधिक रुचि दिखा रहे हैं।’ हालांकि इस प्रक्रिया में कुछ सिक्योरिटी संबंधी दिक्कतें भी हैं।
इस के बारे में प्रबंधन संस्थान से जुड़े एक प्रोफेसर का कहना है, ‘एक ही वक्त में टेस्ट देने वाले छात्रों को एक जैसा प्रश्न पत्र मिल सकता है तो अलग समय में परीक्षा देने वाले छात्रों को अलग-अलग प्रश्न पत्र मिल सकते हैं।’ फिलहाल छात्रों के लिए अच्छी खबर यही है कि ये सेंटर ऑनलाइन कैट के लिए बढ़िया ढांचा खड़ा कर रहे हैं और हाल फिलहाल छात्रों को इसके लिए बहुत अधिक खर्च भी नहीं करना पड़ेगा। ये सेंटर मेट्रो शहरों में प्रति छात्र 20,000 रुपये से 25,000 रुपये तक वसूल कर रहे हैं तो छोटे शहरों में वे प्रति छात्र 18,000 रुपये ले रहे हैं।