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Demat-Aadhaar Link: फ्रीज होने से बचाएं अपना डीमैट अकाउंट, आधार से ऐसे करें लिंकिंग

Demat-Aadhaar Link: अपने डीमैट अकाउंट को ऑनलाइन आधार से लिंक करना सीखें और अकाउंट फ्रीज से बचाते हुए सुरक्षित और आसान ट्रेडिंग सुनिश्चित करें।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- August 27, 2025 | 10:29 AM IST

Demat-Aadhaar Link: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने यह साफ कर दिया है कि ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोलते समय उसे आधार से जोड़ना जरूरी है। अगर आपका अकाउंट आधार से लिंक नहीं है, तो आपका ब्रोकर उसे अस्थायी रूप से फ्रीज कर देगा और तब तक कोई लेन-देन नहीं हो पाएगा, जब तक आधार लिंकिंग पूरी न हो जाए। अच्छी बात यह है कि आप यह प्रक्रिया घर बैठे ऑनलाइन कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसका पूरा तरीका—

आधार से डीमैट अकाउंट लिंक करने के स्टेप्स

  1. डीपी (Depository Participant) की वेबसाइट पर जाएं
    सबसे पहले अपने डीपी (जैसे NSDL या CDSL) की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर लॉगिन करें। आजकल ज्यादातर निवेशक डीमैट ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं, क्योंकि इससे अकाउंट मैनेज करना और आधार लिंक करना ज्यादा आसान हो जाता है।
  2. ‘Link Aadhaar’ सेक्शन चुनें
    लॉगिन करने के बाद प्रोफाइल, अकाउंट सेटिंग या KYC से जुड़ा सेक्शन देखें। यहां आपको आधार लिंक करने का विकल्प मिलेगा।
  3. डीमैट अकाउंट की डिटेल भरें
    आपसे डीपी नाम, DP ID, क्लाइंट ID और PAN नंबर जैसी जानकारी मांगी जाएगी। डिटेल भरने के बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल और ईमेल पर एक OTP आएगा, जिसे डालकर आगे बढ़ें।
  4. आधार की जानकारी दर्ज करें
    अब अपना 12 अंकों का आधार नंबर दर्ज करें। UIDAI से जुड़ा मोबाइल नंबर पर एक और OTP आएगा। उसे डालकर वेरिफिकेशन पूरा करें।
  5. सबमिट कर प्रक्रिया पूरी करें
    OTP डालने के बाद ‘सबमिट’ पर क्लिक करें। इसके बाद आपका आधार आपके डीमैट अकाउंट से जुड़ जाएगा।

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Demat-Aadhaar Link करना क्यों जरूरी है?

  • KYC में आसानी: आधार जुड़ने से eKYC प्रोसेस तेज और बिना झंझट के हो जाता है।
  • नियमों का पालन: सरकार ने इसे अनिवार्य किया है। आधार न जुड़ने पर अकाउंट बंद हो सकता है।
  • सुरक्षित और तेज ट्रेडिंग: आधार लिंक होने के बाद लेन-देन ज्यादा सुरक्षित और तेजी से पूरे होते हैं।
  • धोखाधड़ी से बचाव: इससे हर अकाउंट एक सत्यापित पहचान से जुड़ा होता है, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग और फर्जीवाड़ा रोका जा सकता है।
  • निगरानी में आसानी: आधार लिंक होने पर नियामक संस्थाएं खातों पर बेहतर निगरानी रख सकती हैं।

किन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत होगी?

  • आधार कार्ड (सक्रिय और अपडेटेड होना चाहिए)
  • डीमैट अकाउंट की जानकारी (DP नाम, DP ID, क्लाइंट ID)
  • PAN कार्ड (आधार और पैन की डिटेल एक जैसी होनी चाहिए)
  • रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर (जो आधार से जुड़ा हो)
First Published : August 27, 2025 | 10:29 AM IST