पिछले एक साल के दौरान कमजोर प्रतिफल के बाद उम्मीद की जा रही है कि नया संवत निवेशकों के लिए खुशियों से
भरा होगा। विस्तार से बता रहे हैं राम प्रसाद साहू
पिछला संवत शेयर बाजारों लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा और यह रुझान अल्पावधि में बना रह सकता है, क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध, वैश्विक और घरेलू दर वृद्धि चक्र, वैश्विक आर्थिक मंदी और मुद्रास्फीति से जुड़ी कई चिंताएं बरकरार हैं।
भारतीय बाजार मजबूत बने हुए हैं और उन्होंने अपने कई उभरते बाजार प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। 2022-23 की दूसरी छमाही में सुधार और मुद्रास्फीति में नरमी की उम्मीद के साथ, कई ब्रोकर घरेलू रिकवरी और बढ़ती खपत की दोहरी थीम पर दांव लगा रहे हैं। 15 ब्रोकरेज कंपनियों से प्रमुख सुझाव हासिल करने के बाद यहां ऐसे कुछ शेयरों पर प्रकाश डाला जा रहा है जो अगले एक साल में बेहतर 10 प्रतिशत या इससे ज्यादा प्रतिफल दे सकते हैं
अल्ट्राटेक सीमेंट
भारत की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी बाजार भागीदारी बढ़ाने और इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं आवासीय क्षेत्र से बढ़ती मांग का लाभ उठाने के लिए तेजी से अपनी क्षमता बढ़ा रही है
पूरे देश में सालाना 4-4.2 करोड़ टन की विस्तार योजना से कंपनी को अपनी बाजार स्थिति सुधारने और खासकर पूर्वी भारत में बाजार भागीदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी
केआरचोकसी रिसर्च का कहना है कि जिंस कीमतों में तेजी के बावजूद, लागत नियंत्रण उपायों से अल्ट्राटेक सीमेंट को पिछली कुछ तिमाहियों में मजबूत प्रदर्शन में मदद मिली
मजबूत बिक्री और प्राप्तियों में सुधार से राजस्व वृद्धि को मदद मिलने की संभावना है, जबकि लागत नियंत्रण पर ध्यान केंद्रित करने से मार्जिन बरकरार रखने में मदद मिलेगी
रेलिगेयर रिसर्च का मानना है कि कंपनी अगले तीन साल के दौरान शुद्ध लाभ में सालाना 27 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर सकती है, क्योंकि उसे क्षमता विस्तार, मजबूत प्राप्तियों, और इस्तेमाल क्षमता से मदद मिलेगी
अदाणी जैसी नई कंपनियों से बढ़ रही कड़ी प्रतिस्पर्धा पर नजर रखे जाने की जरूरत है
हैवेल्स इंडिया
देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिकल उपभोक्ता वस्तु कंपनी की स्विचगियर, केबल्स एवं वायर, लाइटिंग फिक्सचर, और कंज्यूमर अप्लायंसेज समेत विभिन्न उत्पाद श्रेणियों में अच्छी उपस्थिति है
2021-22 से 2024-25 में 15 प्रतिशत की उत्पाद पोर्टफोलियो राजस्व वृद्धि के साथ 2 लाख करोड़ रुपये के कुल बाजार ने कंपनी के लिए मजबूत दीर्घावधि संभावनाएं पेश की हैं
बीएनपी पारिबा रिसर्च का कहना है कि बिजनेस-टु-बिजनेस और बिजनेस-टु-कंज्यूमर सेगमेंट के शानदार मिश्रण ने हैवेल्स इंडिया को निवेश और खपत रुझानों की लाभार्थी बना दिया है। वृद्धि के संभावित कारकों में विभिन्न श्रेणियों में बाजार भागीदारी वृद्धि और मार्जिन में सुधार शामिल हैं
आशिका स्टॉक ब्रोकिंग का कहना है कि मजबूत मांग, शानदार बैलेंस शीट, और उसके लॉयड व्यवसाय में मुनाफे में सुधार से हैवेल्स एफमसीजी क्षेत्र में आकर्षक शेयर बन गया है
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा
नई पेशकशों को लेकर खास उत्साह की वजह से कंपनी को अपनी ऑर्डर बुक और बाजार भागीदारी सुधारने में मदद मिलेगी
पेट्रोल-डीजल इंजन आधारित वाहनों के अलावा, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) सेगमेंट पर भी नजर लगाए हुए है। कंपनी ने अगले कुछ वर्षों के दौरान महिंद्रा बॉर्न इलेक्ट्रिक ब्रांड के तहत पांच ईवी पेश करने की योजना बनाई है
कंपनी 40 प्रतिशत भागीदारी के साथ ट्रैक्टर क्षेत्र में बाजार दिग्गज है। बिक्री में सुधार का असर राजस्व वृद्धि और संपूर्ण मार्जिन, दोनों में दिखने की संभावना है
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज को सामान्य मॉनसून और उपयुक्त जलाशय स्तरों को देखते हुए ट्रैक्टर सेगमेंट व्यवसाय में मध्यम एक अंक की वृद्धि की उम्मीद है
आईसीआईसीआई बैंक
परिसंपत्ति आकार के संदर्भ में यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है। बैंक को रिटेल-फेसिंग प्रोफाइल से सस्ती जमाएं जुटाने और मजबूत चालू खाता बचत खाता अनुपात बरकरार रखने में मदद मिली है
शेयरखान रिसर्च का कहना है कि बैंक द्वारा मजबूत ऋण वृद्धि, मार्जिन में सुधार और परिचालन लाभ में तेजी की मदद से मध्यावधि के दौरान लगातार आय वृद्धि दर्ज करने की संभावना है
एचडीएफसी सिक्योरिटीज का कहना है कि बैलेंस शीट अब अधिक मजबूत है। सख्त अंडरराइटिंग प्रणालियों और कमजोर समझे जाने वाले सेगमेंटों के लिए कम कर्ज से बैंक को मजबूत बने रहने में मदद मिलेगी
आईसीआईसीआई बैंक तकनीकी नवाचार में अग्रणी रहा है और डिजिटल पहलों की मदद से उसे लागत कटौती और लागत-आय अनुपात घटाकर परिचालन दक्षता सुधारने में मदद मिलेगी
भारतीय स्टेट बैंक
भारत में इस सबसे बड़े बैंक ने अपने ऋण बहीखाते को विविध बनाया है और यह 45 प्रतिशत के सीएएसए अनुपात के साथ शानदार देयता फ्रैंचाइजी में से एक है
मॉनसून और प्रशासनिक पूंजीगत खर्च की वजह से रिटेल खपत, कॉरपोरेट मांग, और कृषि में सुधार भारतीय स्टेट बैंक की वृद्धि के वाहक हैं
आनंद राठी रिसर्च का कहना है कि व्यवस्था में सख्त तरलता से भी कंपनियों को अपनी कार्यशील पूंजी जरूरतें पूरी करने के लिए बैंकों की ओर रुख करने के लिए आगे आना पड़ा है
उसने महामारी का भी अच्छी तरह से सामना किया और उसकी सकल एवं शुद्ध एनपीए 3.9 तथा 1 प्रतिशत पर रहीं
येस सिक्योरिटीज को ज्यादा परिसंपत्ति गुणवत्ता जोखिम नजर नहीं आ रहे हैं और एनपीए अनुपात में सुधार आने की संभावना है
जहां शुद्ध ब्याज मार्जिन 2022-23 की पहली तिमाही में घट गया, वहीं ऋणों की दरों में बदलाव आने की वजह से मार्जिन में सुधार की संभावना है
एचडीएफसी बैंक
14.8 लाख करोड़ रुपये की ऋण बुक के साथ यह देश में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है।
निर्मल बांग सिक्योरिटीज का कहना है किआय वृद्धि, डिजिटल पहलों में लगातार निवेश, और मजबूत अंडरराइटिंग की मदद से नियंत्रित ऋण लागत पर ध्यान केंद्रित करने से एचडीएफसी बैंक को अपने प्रतिस्पर्धियों को मात देने में मदद मिली है
2022-23 के दौरान शुद्ध ब्याज मार्जिन में धीरे धीरे सुधार आने के आसार दिख रहे हैं। 50 प्रतिशत से ज्यादा ऋण बहीखाता फ्लोटिंग से जुड़ा हुआ है। आशिका स्टॉक ब्रोकिंग का मानना है कि इसके अलावा रिटेल की ऊंची भागीदारी वाले ऋणों के समावेश से भी मार्जिन बढ़ाने में मदद मिलेगी
मौजूदा भाव पर यह शेयर अपनी 2023-24 की बुक वैल्यू के 2.5 गुना पर कारोबार कर रहा है, जो उसके 3.3 गुना एक वर्षीय मूल्यांकन के ऐतिहासिक औसत से कम है
रिलायंस इंडस्ट्रीज
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनी ऊर्जा, रिटेल और दूरसंचार जैसे तीन मुख्य सेगमेंटों से जुड़ी हुई है
आशिका स्टॉक ब्रोकिंग का कहना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज को अपने प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले ज्यादा मजबूत मार्जिन प्रोफाइल में मदद मिली है
रिटेल चैनलों, पारंपरिक और ऑनलाइन परिसंपत्तियों, दोनों में तेजी से विस्तार के साथ साथ कई समझौतों और अधिग्रहणों से कंपनी का राजस्व बढ़ने की संभावना है
प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व में सुधार, ब्रॉडबैंड उपस्थिति में वृद्धि, और मजबूत स्पेक्ट्रम से बाजार दिग्गज को अपनी पैठ बढ़ाने और बाजार भागीदारी में तेजी से सुधार लाने में मदद मिलने की संभावना है
भले ही उसकी वित्तीय सेवाओं को अलग किया जा रहा है, लेकिन रिटेल और दूरसंचार व्यवसायों की अलग सूचीबद्धता से कंपनी को वैल्यू बढ़ाने में मदद मिल सकेगी
हरित ऊर्जा जैसे नए सेगमेंटों में प्रवेश से कंपनी को दीर्घावधि में अपनी वैल्यू बढ़ाने में मदद मिलेगी
भारती एयरटेल
प्रतिस्पर्धी दबाव कम होने और प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) बढ़ने से कंपनी को सदस्यता बाजार भागीदारी के लिहाज से दूसरे नंबर की दूरसंचार सेवा कंपनी बनने में मदद मिल सकती है
एआरपीयू में वृद्धि अप्रैल-जून तिमाही में भी बरकरार रही और यह बढ़कर 183 रुपये (तिमाही आधार 2.8 प्रतिशत) पर पहुंच गया
हालांकि अल्पावधि एआरपीयू लक्ष्य 200 रुपये है, लेकिन कीमत वृद्धि और ग्राहक अपडेट की वजह से प्रभुदास लीलाधर रिसर्च को इस सेक्टर का वायरलेस राजस्व 2021-22 से 2024-25 के बीच सालाना 17.7 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है
समान पूंजीगत खर्च के साथ मजबूत परिचालन लाभ से मुक्त नकदी प्रवाह को बढ़ावा मिला, जो 2019-20 से 2021-22 तक 66.2 प्रतिशत सुधरा। प्रतिस्पर्धी क्षमता, बढ़ते एआरपीयू से मार्जिन वृद्धि,और 6.9 गुना के ईवी-परिचालन लाभ के आकर्षक मूल्यांकन भारती एयरटेल के लिए मुख्य सकारात्मक बदलाव हैं
इन्फोसिस
सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी को दुनिया में डिजिटल बदलाव संबंधित मांग का शानदार लाभ मिलने की संभावना है
कोटक सिक्योरिटीज का कहना है कि पारंपरिक सेवाओं से कम जुड़ाव, और समेकित और जटिल सौदे हासिल करने की क्षमता ऐसे सकारात्मक कारक हैं जिनसे कंपनी को अपनी वृद्धि की रफ्तार मजबूत बनाने में मदद मिलेगी
मजबूत ऑर्डर बुक और क्रियान्वयन क्षमता से 2022-23 के लिए राजस्व अनुमान बढ़ाकर 15-16 प्रतिशत करने की संभावना को बढ़ावा मिला है। 21-22 प्रतिशत के दायरे में परिचालन मुनाफा मार्जिन बनाए रखने की संभावना है
मजबूत ऑर्डर मिलने, डिजिटल की बढ़ती भागीदारी, मार्जिन में सुधार ‘खरीदें’ सुझाव के मुख्य कारण हैं
अशोक लीलैंड
वाणिज्यिक वाहन निर्माता इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं खनन सेगमेंओं में मांग सुधार की मुख्य लाभार्थी हो सकती है
शैक्षिक संस्थान पूरी तरह खुलने और कार्यालयों में कर्मचारियों की वापसी के साथ यात्री (बस) सेगमेंट को लाभ मिलेगा
प्रभुदास लीलाधर का कहना है कि नए मॉडल की पेशकश से अशोक लीलेंड को बाजार भागीदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी। कुल बिक्री वित्त वर्ष 2022 से 2024-25 के दौरान 20 प्रतिशत तक बढ़ेगी
ऊंची परिचालन दक्षता और कच्चे माल की कम लागत की वजह से चालू तिमाही में परिचालन मुनाफा मार्जिन सुधरने की संभावना है। ऐक्सिस सिक्योरिटीज को मार्जिन वित्त वर्ष 2022 के 4.6 से 2022-23 में 7.8 और 2023-24 में 11 प्रतिशत रहने की संभावना है।