Stock Market: स्मॉलकैप और सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू) के शेयरों में सोमवार को तेज गिरावट दर्ज हुई क्योंकि निवेशकों ने मुनाफावसूली जारी रखी। उन्हें लग रहा है कि इन शेयरों में हाल में काफी बढ़त हुई है।
निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 सूचकांकों में क्रमश: 2.5 फीसदी व 4.01 फीसदी की गिरावट हुई और गिरावट की अगुआई सरकारी उपक्रमों के शेयरों ने की। कई पीएसयू शेयर 5 फीसदी से ज्यादा टूटे और सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों के मार्केट कैप में तीन दिन में आई गिरावट करीब 6.5 लाख करोड़ रुपये रही है।
इसकी तुलना में सेंसेक्स 523 अंक टूटकर 71,073 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 167 अंकों की फिसलन के साथ 21,616 पर टिका।
विश्लेषकों ने कहा कि खास तौर से व्यापक बाजारों और पीएसयू शेयरों में गिरावट अवश्यंभावी थी क्योंकि कई शेयर पूरी तरह से सटोरिया खरीद के चलते काफी ज्यादा चढ़े थे और उनमें फंडामेंटल का कोई समर्थन नहीं था।
बोफा सिक्योरिटीज के भारतीय इक्विटी प्रमुख अरविंद माहेश्वरी ने कहा कि चूंकि स्मॉलकैप व मिडकैप की तेजी का बड़ा हिस्सा नकदी के जरिये आगे बढ़ा था जबकि निफ्टी में बढ़त आय की अगुआई में हुई थी। इस कारण स्मॉल व मिडकैप का मूल्यांकन ज्यादा है, वहीं निफ्टी लगातार अपनी लंबी अवधि के मूल्यांकन के करीब कारोबार कर रहा है।
कैलेंडर वर्ष 24 की पहली छमाही में काफी ज्यादा उतारचढ़ाव के साथ हम मिड व स्मॉलकैप के बजाय लार्जकैप को तरजीह देना जारी रखे हुए हैं। बाजार के कुछ विशेषज्ञों ने कहा कि स्मॉल व मिडकैप के साथ पीएसयू शेयरों को ऊंचे मूल्यांकन के कारण अब एचएनआई व खुदरा निवेशकों से समर्थन नहीं मिल रहा जिन्होंने इसे मुख्य रूप से आगे बढ़ाया था।
साल 2023 में निफ्टी सीपीएसई इंडेक्स 73.7 फीसदी चढ़ा वहीं निफ्टी मिडकैप 100 व स्मॉलकैप 100 में क्रमश: 46.6 फीसदी व 55.6 फीसदी की उछाल दर्ज हुई। इस साल निफ्टी सीपीएसई इंडेक्स अब तक 12.2 फीसदी चढ़ा है जबकि मिड व स्मॉलकैप सूचकांकों में क्रमश: 3.2 फीसदी व 3.1 फीसदी का इजाफा हुआ है।
अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यू आर भट्ट ने कहा कि काफी खुदरा निवेशक महामारी के बाद आई तेजी के दौरान बाजार में उतरे थे और जब भी संस्थागत निवेशकों ने बिकवाली की, तब उनमें घबराहट फैली। मूल्यांकन निश्चित तौर पर छोटे निवेशकों के हक में नहीं है। ऐसे में वे एसआईपी के जरिए निवेश जारी रख सकते हैं और प्रत्यक्ष निवेश का कुछ हिस्सा निकाल सकते हैं।
इक्विनॉमिक्स के संस्थापक जी. चोकालिंगम ने कहा कि कई मिड व स्मॉलकैप और पीएसयू की आय उनकी शेयर कीमतों में बढ़ोतरी को सही नहीं ठहराती। अंतत: अनुचित मूल्यांकन शेयर कीमत को नीचे धकेलेगा। पीएसयू व मिडकैप और स्मॉलकैप में गिरावट कुछ हफ्तों तक जारी रहने की आशंका है क्योंकि हालिया गिरावट के बाद भी मूल्यांकन नरम नहीं हुआ है।
निफ्टी मिडकैप 100 एक साल फॉरवर्ड प्राइस टू अर्निंग्स 27.8 पर कारोबार कर रहा है जबकि पांच साल का औसत 23.3 है। निफ्टी स्मॉलकैप 100 एक साल के फॉरवर्ड प्राइस टु अर्निंग्स 22 पर कारोबार कर रहा है जबकि पांच साल का औसत 17 है।
बाजार में चढ़ने व गिरने वाले शेयरों का अनुपात कमजोर रहा और 2,984 शेयर गिरे जबकि 1,004 में बढ़त दर्ज हुई। आईसीआईसीआई बैंक 1.5 फीसदी टूटा और सेंसेक्स की गिरावट में उसका सबसे ज्यादा योगदान रहा। इसके बाद एचडीएफसी बैंक में 0.9 फीसदी की गिरावट आई।