Reliance Share Target Price: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की 48वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में सबसे बड़ा आकर्षण रिलायंस जियो की लिस्टिंग का रोडमैप रहा। ब्रोकरेज हाउसेस का मानना है कि इससे कंपनी को बड़ा वैल्यू अनलॉक करने का मौका मिलेगा और ग्रोथ का अगला फेज शुरू हो सकता है। इसके अलावा, कंपनी का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर नया फोकस, डीप-टेक कंपनी बनने की तैयारी और रिटेल, डिजिटल और न्यू एनर्जी बिज़नेस के लिए मजबूत गाइडेंस ने एनालिस्ट्स को पॉजिटिव रखा है।
ऑयल से लेकर टेलीकॉम तक फैले इस ग्रुप को ज़्यादातर ब्रोकरेज ने ‘Buy‘ की रेटिंग दी है। ब्रोक्रेजीज ने टारगेट प्राइस में 28 फीसदी तक अपसाइड का अनुमान जताया है। हालांकि, शुक्रवार को एजीएम (AGM) वाले दिन स्टॉक 2 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। जबकि सोमवार दोपहर 2 बजे शेयर 0.40 फीसदी की बढ़त के साथ 1362 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
मोतीलाल ओसवाल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 1,700 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर शुक्रवार को 1357 रुपये पर बंद हुए। इस तरह, शेयर में 25 फीसदी का अपसाइड देखने को मिल सकता है।
ब्रोकरेज का मानना है कि वित्त वर्ष 2025 से 2028 के बीच जियो 19% के EBITDA CAGR के साथ कंपनी की ग्रोथ का सबसे बड़ा इंजन बना रहेगा। यह ग्रोथ संभावित टैरिफ बढ़ोतरी, वायरलेस सेगमेंट में बढ़ती बाजार हिस्सेदारी और होम व एंटरप्राइज सेवाओं में लगातार विस्तार से मिलेगी।
एंटिक स्टॉक ब्रोकिंग ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर अपनी खरीदारी की सलाह को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 1,640 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर निवेशकों को 21 फीसदी का रिटर्न दे सकता है।
ब्रोकरेज का कहना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्ट्रेटेजी स्पष्ट है। कैपिटल को लेकर प्रतिबद्धता के साथ मांग के अवसर भी बड़े हैं। लेकिन खासकर न्यू एनर्जी सेगमेंट में तय समयसीमा पर डिलीवरी करना एक अहम फैक्टर रहेगा। जियो का आईपीओ एक पॉजिटिव माइलस्टोन है, लेकिन मौजूदा स्ट्रक्चर में यह RIL के स्तर पर होल्डिंग कंपनी डिस्काउंट ला सकता है, जो एक क्लीन डिमर्जर की तुलना में कम फायदेमंद हो सकता है। हालांकि ब्रोकरेज का मानना है कि टेलीकॉम सेक्टर की दोबारा वैल्यूएशन (re-rating) और संभावित मार्केट प्रीमियम से इसकी भरपाई पूरी हो सकती है।
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटी का भी रिलायंस इंडस्ट्रीज पर भरोसा बरकरार है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर BUY रेटिंग के साथ 1,733 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर 28 फीसदी तक का अपसाइड दिखा सकता है।
नुवामा ने कहा है कि रिटेल और डिजिटल बिज़नेस के लिए मजबूत गाइडेंस और पेटकेम में बड़ी कैपेसिटी बढ़ोतरी कंपनी की ग्रोथ को आगे बढ़ाएगी। 2026 की पहली छमाही में आने वाला जियो आईपीओ बड़ी वैल्यू अनलॉक कर सकता है। हालांकि, होल्डिंग कंपनी डिस्काउंट के चलते शेयरधारकों के लिए संभावित मुनाफा कुछ हद तक सीमित रह सकता है।
इसके अलावा जेएम फाइनेंशियल ने भी रिलायंस इंडस्ट्रीज शेयर पर खरीदारी की सलाह दी है और 1,700 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। ब्रोकरेज फर्म एचएसबीसी भी रिलायंस इंडस्ट्रीज पर पॉजिटिव है। ब्रोकरेज ने 1,630 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ शेयर पर ‘BUY’ रेटिंग दी है।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)