शेयर बाजार

साल 2024 में शेयर बाजार के प्रदर्शन को लेकर विदेशी ब्रोकरेज का अनुमान, 86,000 को छुएगा सेंसेक्स

गोल्डमैन सैक्स ने अपने एक हालिया नोट में कहा है कि वर्ष 2024 का पहला हिस्सा चुनाव-पूर्व रुझान और सरकारी खर्च में सुधार पर केंद्रित होगा।

Published by
पुनीत वाधवा   
Last Updated- November 20, 2023 | 9:00 PM IST

अ​धिकतर विदेशी ब्रोकरेज कैलेंडर वर्ष 2024 में देसी शेयर बाजार में तेजी को लेकर उत्साहित बने हुए हैं। हालांकि वे वै​श्विक भू-राजनीतिक घटनाक्रम, कच्चे तेल की कीमतें और इस पृष्ठभूमि में केंद्रीय बैंक द्वारा उठाए जाने वाले कदम को लेकर सतर्क भी है क्योंकि बाजार पर इसका असर पड़ सकता है। उनका मानना है कि अगले साल अप्रैल-मई में देश में होने वाले आम चुनाव से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है और निवेशकों की निगाहें भी इस पर टिकी होंगी।

उदाहरण के लिए गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि 2024 के अंत तक निफ्टी 50 सूचकांक 21,800 के स्तर को छू सकता है, जो मौजूदा स्तर से करीब 11 फीसदी अ​धिक है। गोल्डमैन सैक्स ने अपने एक हालिया नोट में कहा है कि वर्ष 2024 का पहला हिस्सा चुनाव-पूर्व रुझान और सरकारी खर्च में सुधार पर केंद्रित होगा। चुनाव के बाद निवेश में फिर तेजी आएगी, खास तौर पर निजी क्षेत्र में निवेश बढ़ने की उम्मीद है।

गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि इस बीच भारतीय कंपनी जगत का मुनाफा 2014 में 15 फीसदी और 2025 में 14 फीसदी बढ़ सकता है और यह वृद्धि लगभग सभी क्षेत्रों में देखी जा सकती है।

गोल्डमैन सैक्स में ए​शिया-प्रशांत के मुख्य अर्थशास्त्री और उभरते बाजारों वाली अर्थव्यवस्था के शोध प्रमुख एंड्रयू टिलटन ने शांतनु सेनगुप्ता और अर्जुन वर्मा के साथ अपने हालिया नोट में लिखा है, ‘हमने अपने क्षेत्रीय आवंटन में भारत के लिए रेटिंग बढ़ाकर ‘ओवरवेट’ कर दी है। इस क्षेत्र में भारत में संरचनात्मक वृद्धि का परिदृश्य बेहतरीन है। वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में कठिन वै​श्विक पृष्ठभूमि और आम चुनाव के कारण राजनीतिक अनि​श्चितता के बीच इ​क्विटी रिटर्न में तेजी आने की उम्मीद है। हमें उम्मीद है कि वर्ष 2024 में भारत की वृहद आ​र्थिक ​स्थिति मजबूत बनी रहेगी और अर्थव्यवस्था सालाना 6.3 फीसदी की दर से विकास करेगी।’

इस साल अभी तक बीएसई सेंसेक्स 8 फीसदी और निफ्टी50 करीब 9 फीसदी बढ़ चुका है। इसी तरह मिडकैप में 32 फीसदी और स्मॉलकैप में 37 फीसदी की तेजी आ चुकी है।

मॉर्गन स्टैनली के विश्लेषकों को भी उम्मीद है कि देसी शेयर बाजार अगले साल अच्छा प्रदर्शन करेगा। इसने कहा कि बीते समय में भी वै​श्विक चुनौतियों के बीच बाजार ने अच्छा प्रदर्शन किया है। वित्त वर्ष 2023 से वित्त वर्ष 2026 तक बीएसई सेंसेक्स की आय सालाना 21.5 फीसदी चक्रवृद्धि दर से बढ़ने का अनुमान है।

मॉर्गन स्टैनली में भारत शोध प्रमुख और इंडिया इ​क्विटी स्ट्रैटजिस्ट रिद्म देसाई की अगुआई में शीला राठी और नयंत पारेख ने लिखा है, ‘बुनियादी स्तर (50 फीसदी संभावना) पर बीएसई सेंसेक्स अगले साल 74,000 के स्तर पर पहुंच सकता है। तेजड़िए की ​स्थिति में (30 फीसदी संभावना) सेंसेक्स 2024 में 86,000 पर पहुंच सकता है।’

हालांकि यूबीएस के विश्लेषक बाजार में तेजी को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं हैं। यूबीएस के उभरते बाजारों और ए​शिया (जापान को छोड़कर) ने कहा कि 2024 की पहली छमाही में रिटर्न सपाट रह सकता है।

यूबीएस सिक्योरिटीज में उभरते बाजारों और भारत स्ट्रेटजिस्ट सुनील तिरुमलाई ने लिखा है, ‘भारत और थाईलैंड जैसे महंगे बाजारों को हमने अंडरवेट में रखा है। चीन को लेकर हमारा रुख तटस्थ है।’

हालांकि बार्कलेज देसी शेयर बाजार में बेहतर रिटर्न को आाशा​न्वित है। इसने हालिया नोट में कहा है कि मौजूदा मूल्यांकन सस्ते नहीं हैं ब​ल्कि अपने इतिहास के सापेक्ष बाजिव हैं और प्रतिस्पर्धी आय वृद्धि को देखते हुए इसे आं​शित तौर पर उचित ठहराया जा सकता है।

First Published : November 20, 2023 | 9:00 PM IST