अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया (Rupee) अमेरिकी मुद्रा (Dollar) के मुकाबले 5 पैसे की गिरावट के साथ 82.67 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर रहा। विदेशों में डॉलर की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आने से रुपये में गिरावट आई। बाजार सूत्रों ने कहा कि हालांकि, घरेलू शेयर बाजार में मजबूती के रुख और विदेशी पूंजी निवेश बने रहने के कारण रुपये को कुछ समर्थन मिला और गिरावट पर कुछ अंकुश लगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.71 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 5 पैसे की गिरावट के साथ 82.67 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपया 82.64 के उच्च स्तर तक गया और 82.80 के निचले स्तर तक आया। पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.62 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.32 फीसदी घटकर 103.25 रह गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 297.94 अंक की तेजी के साथ 61,729.40 अंक पर बंद हुआ। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.05 फीसदी बढ़कर 76.66 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक, अनुज चौधरी ने कहा, ‘अमेरिकी डॉलर में कल की उछाल और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से भारतीय रुपया दो महीने के निचले स्तर पर आ गया। हालांकि, घरेलू शेयर बाजार में देर से हुआ सुधार और FII निवेश बढ़ने से रुपए में तेज गिरावट पर अंकुश लगा।’
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने गुरुवार को 970.18 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की।