अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया मंगलवार को 13 पैसे की गिरावट के साथ 82.75 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। स्थानीय शेयर बाजार में कमजोरी के रुख और वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच निवेशकों द्वारा सतर्कता का रुख बरतने से रुपये में गिरावट आई। बाजार सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा विदेशी पूंजी की निकासी और जोखिम लेने की धारणा के कमजोर होने से रुपये में गिरावट दर्ज हुई।
उन्होंने कहा कि अपने प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में डॉलर में भारी गिरावट आने से रुपये की हानि पर अंकुश लग गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.69 के स्तर पर कमजोर खुला और कारोबार के अंत में यह 13 पैसे की गिरावट दर्शाता 82.75 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान रुपये ने 82.69 के उच्चस्तर और 82.88 के निचले स्तर को छुआ। इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.62 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था। इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.74 प्रतिशत घटकर 103.95 रह गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.73 प्रतिशत बढ़कर 80.38 डॉलर प्रति बैरल हो गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 103.90 अंक घटकर 61,702.29 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने सोमवार को 538.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।