शेयर बाजार में नियामक द्वारा विदेशी पोर्टफोलियो निवशकों द्वारा किए जा रहें अप्रत्यक्ष निवेश पर रोक हटा लेने से अगले दिन बाजार केखुलने के समय सेंटीमेंट के बेहतर रहने की संभावना है।
इसकेअलावा वित्तीय नियामक भारतीय रिजर्व बैंक बाजार में तरलता को बहाल करने के लिए कुछ अन्य बेहतर विकल्पों को अपने साथ लाया जिसमें कि जिसमें कि नकद आरक्षी अनुपात में 50 आधार अंकों की क टौती करना शामिल है जिससे कि बाजार में तरलता की गिरावट के साथ बाजार में तरलता की स्थिति को बहाल करना शामिल है।
वायदा और विकल्प में अंतिम एक घंटे के कारोबार के अध्ययन से इस बात का संकेत मिलता है कि कुछ खिलाड़ियों को इन स्थितियों के बारे में इनसाइट था। निफ्टी अक्टूबर फ्यूचर्स जिसका कि कारोबार दिन का कारोबार समाप्त होने से 10 मिनट पहले स्पॉट निफ्टी के बराबर हो रहा था, के प्रीमीयम में तेजी से उछाल आया।
निफ्टी फ्यूचर्स स्पॉट से 40 अंकों के प्रीमीयम के साथ बंद हुआ जबकि ओपन इंटरेस्ट में 33.6 लाख शेयर से बढ़ा। जहां तक 3800 और 3900 कॉल ऑप्शन के वाल्यूम की बात है तो इसमें अंतिम एक घंटे के कारोबार के दौरान क्रमश: 27 प्रतिशत और 30 प्रतिशत की बढोतरी हुई।
3900 के भाव पर कॉल के ओपन इंटरेस्ट में46 प्रतिशत की तेजी आई जबकि 3800 के भाव पर कॉल का ओपन इंट्रेस्ट 77 प्रतिशत ऊपर रहा। इससे यह संकेत मिलता है कि अगले इस सप्ताह में बाजार में मामूली गिरावट आ सकती है जबकि 3900 अंकों वाले निफ्टी के पहुंच में रहने की संभावना है।
हालांकि 3800, 3700 और 3650 के भाव पर पुट में शॉर्ट कवरिंग देखने को मिलर जबकि जिससे यह संकेत मिला कि कुछ पुट बिक्रीकर्ता को इस बात की कमी ही संभावाना दिखाई देती है कि सूचकांक 3800 अंकों से ऊपर जाएगा और यह 3550 अंकों के स्तर से नीचे जा सकता है।
आज जहां 3500 के भाव पुट में 2920 कांट्रेक्ट के औसत 200 प्रीमयम प्रति शेयर के हिसाब से कारोबार होने से तेजी आई। इसका सीधा अर्थ यह निकलता है कि कुछ वायदा एंव विकल्प के खिलाड़ियों का बाजार को लेकर निराशाजनक रवैया रहा।