Edelweiss Gold and Silver ETF FoF: सोने-चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड ब्रेकिंग तेजी खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। चालू कैलेंडर वर्ष (CY25) में, सोना 47.3 फीसदी और चांदी 62 फीसदी चढ़ गई है। दोनों कीमती धातुओं की बढ़ती चमक का असर इनसे जुड़े फंड्स पर भी साफ-साफ देखने को मिल रहा है। तीन साल पहले बाजार में कदम रखने वाले एडलवाइस गोल्ड एंड सिल्वर ईटीएफ FoF ने SIP करने वाले निवेशकों को हर साल 40.72% का बंपर रिटर्न दिया है। इस स्कीम की शुरुआत से इसमें 10,000 रुपये की मंथली SIP से सिर्फ तीन साल में 6.36 लाख का फंड बन गया। इसी अवधि में, एकमुश्त निवेशकों को भी इस स्कीम ने 31.40% का CAGR रिटर्न दिया है।
वैल्यू रिसर्च पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, पिछले तीन वर्षों में एडलवाइस गोल्ड एंड सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड ने SIP निवेशकों को हर साल 40.72% का बंपर रिटर्न दिया है। अगर किसी निवेशक ने इस फंड की शुरुआत (14 सितंबर 2022) से इसमें 10,000 रुपये की मंथली SIP की है तो आज उसके फंड की वैल्यू सिर्फ तीन साल में ही बढ़कर 6.36 लाख रुपये से ज्यादा हो गई होती।
देखें SIP का कैलकुलेशन
मंथली SIP अमाउंट: ₹10,000
3 साल में SIP का एनुअलाइज्ड रिटर्न: 40.72%
3 साल में कुल निवेश: ₹3,60,000
3 साल में SIP की कुल वैल्यू : ₹6,36,102
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एडलवाइस गोल्ड एंड सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड ने एकमुश्त निवेशकों को भी शानदार रिटर्न दिया है। सोने-चांदी की बढ़ती कीमतों के कारण इस फंड ने पिछले एक साल में 57.25% तगड़ा रिटर्न दिया है। इस फंड को बाजार में कदम रखे हुए तीन साल पूरे हो गए है। पिछले तीन साल में इस फंड ने 31.40% का रिटर्न दिया है। म्युचुअल फंड कैलकुलेटर से हिसाब-किताब करके देखें तो इस स्कीम ने 1 लाख रुपये के एकमुश्त निवेश को सिर्फ तीन साल दोगुना से ज्यादा बढ़ा दिया है।
देखें फंड का एकमुश्त कैलकुलेशन
एकमुश्त निवेश: ₹1 लाख
फंड का रिटर्न: 31.40% CAGR
समय: 3 साल
फंड की कुल वैल्यू: ₹2,37,494
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एडलवाइस गोल्ड एंड सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है। इस फंड में निवेशक मिनिमम 100 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। इस स्कीम में 100 रुपये से SIP भी की जा सकती है। इस फंड का बेंचमार्क सोने और चांदी की घरेलू कीमतें है। भारत लाहोटी और भावेश जैन इस स्कीम के फंड मैनेजर्स हैं। 30 सितंबर 2025 तक, इस फंड का एक्सपेंस रेशियो 0.52% है। फंड में कोई लॉक-इन पीरियड नहीं है। हालांकि, 15 दिनों के भीतर पैसा निकालने पर 0.1% का एग्जिट लोड देना होगा। रिस्कोमीटर पर इस स्कीम को बहुत अधिक जोखिम की कैटेगरी में रखा गया है।
एडलवाइस म्युचुअल फंड की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता ने कहा, “हमारा मानना रहा है कि सोने-चांदी के साधारण 50:50 संयोजन की ताकत काफी प्रभावशाली है। सोने की भूमिका एक सुरक्षित निवेश (Safe Haven) के रूप में अच्छी तरह जानी जाती है। सेंट्रल बैंकों की खरीद, मैक्रोइकॉनॉमिक्स अनिश्चितता और ग्लोबल ईटीएफ फ्लो — इन सभी ने सोने के लिए मजबूत समर्थन दिया है। वहीं, चांदी इस कॉम्बो में अतिरिक्त बढ़त देती है, क्योंकि यह एक साथ औद्योगिक और कीमती धातु — दोनों भूमिकाएं निभाती है। वास्तव में, TEMPO ने मई में बताया था कि उस समय ऊंचे गोल्ड-सिल्वर रेशियो को देखते हुए चांदी एक कंट्रेरियन बेट थी।”
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उन्होंने आगे कहा कि हमें हमेशा 50:50 के इस सरल संयोजन का विचार पसंद रहा है — जहां सोना लार्ज कैप शेयरों जैसी स्थिरता देता है और चांदी मिडकैप जैसी अल्फा रिटर्न प्रदान करती है। हालिया प्रदर्शन के चलते फंड फ्लो और साइज में काफी बदलाव आया है, और अब हम देख रहे हैं कि कई अन्य संस्थान भी इसी तरह के गोल्ड-सिल्वर FoF लॉन्च कर रहे हैं। कभी-कभी असली सफलता सादगी की ताकत में ही छिपी होती है।
(डिस्क्लेमर: यहां फंड के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)