ह्युंडै मोटर (Hyundai Motor) कंपनी का शेयर रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंच गया क्योंकि निवेशकों ने इस दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता द्वारा अपनी भारतीय इकाई को बंबई स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कराने की योजना बनाई है। इस आईपीओ से ह्युंडै मोटर को दुनिया के इस तीसरे सबसे बड़े बाजार में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
सोमवार को ह्युंडै मोटर का शेयर 6.3 प्रतिशत तक चढ़कर 285,000 दक्षिण कोरियाई वोन (206.47 डॉलर) पर पहुंच गया और 3.9 प्रतिशत तेजी के साथ बंद हुआ। इससे कंपनी का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 58.3 लाख करोड़ वोन पर पहुंच गया। बेंचमार्क कोस्पी 0.5 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ।
ह्युंडै मोटर की भारतीय इकाई ने पिछले सप्ताह बंबई में सूचीबद्धता के लिए नियामकीय मंजूरी मांगी थी, जो देश का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है और इसमें दक्षिण कोरियाई मूल की पैतृक कंपनी 17.5 प्रतिशत तक की हिस्सेदारी बेचेगी।
हना सिक्योरिटीज में विश्लेषक सोंग सुन-जेई ने कहा, ‘निवेशक भारतीय बाजार में ह्युंडै मोटर की वृद्धि पर दांव लगा रहे हैं जो कंपनी के चार सबसे बड़े राजस्व बाजारों में से एक है। उसके अन्य राजस्व कमाने वाले बाजारों में अमेरिका, दक्षिण कोरिया और पश्चिमी यूरोप शामिल हैं।’
सोंग ने कहा, ‘भारत में आईपीओ के जरिये ह्युंडै मोटर भारतीय बाजार के लिए अपनी योजनाओं को बेहतर ढंग से आगे बढ़ा सकेगी। कंपनी को अपने मौजूदा विनिर्माण स्थल को समायोजित करके देश में ईवी उत्पादन शुरू करने और अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे निकलकर ईवी बाजार में पकड़ मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।’
आईपीओ के लिए ह्युंडै द्वारा पेश मसौदे में कीमत या कंपनी के मूल्यांकन का विवरण नहीं है, लेकिन सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि ह्युंडै 30 अरब डॉलर तक के मूल्यांकन पर करीब 2.5-3 अरब डॉलर जुटाना चाहती है।
मारुति सुजूकी के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता ह्युंडै इस आईपीओ में नए शेयर जारी नहीं करेगी। दक्षिण कोरियाई पैतृक इस आईपीओ में कुल 81.2 करोड़ शेयरों में से 14.2 करोड़ शेयर तक बेचेगी। सूत्रों ने कहा है कि अंतिम प्रतिशत कम भी हो सकता है।