ड्रीम 11, फैनकोड और ड्रीमएक्स जैसे ब्रांड पर स्वामित्व रखने वाली खेल प्रौद्योगिकी कंपनी ड्रीम स्पोर्ट्स ने ई-शृंखला के निवेश दौर के तहत टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट, टीपीजी टेक एडजसेंसीज, क्रिसकैपिटल, फुटपाथ वेंचर्स एवं द्वितीयक बाजार के निवेश के जरिये 22.5 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। इस मामले से अवगत लोगों ने बताया कि नए दौर के निवेश के साथ ही कंपनी का मूल्यांकन 2.5 अरब डॉलर हो गया है। अप्रैल 2019 में ड्रीम 11 को देश का पहला यूनिकॉर्न (1 अरब डॉलर का स्टार्टअप) घोषित किया गया था।
इस वित्तपोषण से इस फैंटेसी स्पोट्र्स प्लेटफॉर्म को इस साल आयोजित होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए चीन की मोबाइल फोन कंपनी विवो की जगह लेने में मदद मिलेगी। करीब साढे चार महीने तक चली बातचीत के बाद अगस्त में उसे 222 करोड़ रुपये में प्रायोजन संबंधी अधिकार दिए गए हैं। इस यूनिकॉर्न के अन्य निवेशकों में मल्टिपल्स, थिंक इन्वेस्टमेंट्स, स्टीडव्यू, कलारी कैपिटल और टेनसेंट शामिल हैं।
ड्रीम स्पोट्र्स के सह-संस्थापक एवं सीईओ हर्ष जैन ने कहा, ‘हम अपने नए भागीदारों का स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं जिनके पास खेल के लिए हमारे जुनून को साझा करते हुए भारत में अत्यधिक मूल्यवान प्रौद्योगिकी कंपनियों की स्थापना में व्यापक अनुभव प्राप्त है। हमारा दृष्टिकोण खेल प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के जरिये भारतीय प्रशंसकों और भारत के लिए खेल को बेहतर करना है।’ मुंबई की इस कंपनी के सह-संस्थापक जैन और भावित सेठ वर्षों तक कानूनी दांवपेंच मेंं उलझने के कारण निवेशकों को आकर्षित करने में विफल रहे क्योंकि भारत में वर्चुअल बैटिंग अथवा फैंटेसी स्पोट्र्स को अवैध माना जाता था। हालांकि 2017 में अदालत से अनुकूल फैसला आने के बाद कंपनी की राह की कानूनी बाधाएं हट गईं।