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Railway से जुड़ी इस कंपनी पर ब्रोकरेज की HOLD की सलाह, जानिए कितना रखा है नया टारगेट

Jupiter Wagons को लेकर ब्रोकरेज ने कहा – कंपनी के ऑर्डर बुक मज़बूत, लेकिन वैल्यूएशन पर सावधानी ज़रूरी

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- June 24, 2025 | 9:27 AM IST

रेलवे और सड़क ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी Jupiter Wagons को लेकर एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने HOLD रेटिंग जारी रखी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी के पास तेज़ी से बढ़ने की पूरी तैयारी है और वह साल 2029 तक ₹10,000 करोड़ की सालाना कमाई का लक्ष्य लेकर चल रही है। फिलहाल कंपनी का शेयर ₹372 पर ट्रेड कर रहा है और इसका टारगेट प्राइस ₹431 तय किया गया है, यानी इसमें करीब 16% का संभावित मुनाफा हो सकता है।

व्हीलसेट की कमी से रेलवे वैगन की डिलीवरी में देरी

Jupiter Wagons का बड़ा हिस्सा रेलवे के फ्रेट वैगनों से जुड़ा है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से व्हीलसेट की कमी के कारण ऑर्डर की डिलीवरी में दिक्कतें आ रही हैं। यह समस्या रेलवे की व्हील फैक्ट्री से सप्लाई में कमी के कारण हुई है। कंपनी को उम्मीद है कि यह परेशानी जुलाई 2025 तक खत्म हो जाएगी। अभी कंपनी की कमाई का 60% हिस्सा प्राइवेट ग्राहकों से आता है, जहां ऑर्डर की रफ्तार अच्छी बनी हुई है। साथ ही सरकार की तरफ से साल के अंत में नए वैगन टेंडर की उम्मीद भी जताई गई है।

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ओडिशा में नया व्हीलसेट प्लांट, चीन पर निर्भरता होगी कम

JWL ओडिशा में एक नया फोर्ज्ड व्हीलसेट प्लांट बना रही है जिसकी सालाना क्षमता 1 लाख यूनिट होगी। भारत में फिलहाल ये व्हीलसेट चीन से मंगाए जाते हैं, लेकिन यह प्लांट शुरू होने के बाद देश में ही निर्माण होगा। ₹2,500 करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्लांट के लिए कंपनी ने ज़्यादातर फंडिंग का इंतज़ाम कर लिया है। प्लांट से बनने वाले 40% व्हीलसेट एक्सपोर्ट होंगे, 40% कंपनी खुद इस्तेमाल करेगी और 20% घरेलू ग्राहकों को बेचेगी। पूरी क्षमता पर चलने पर यह प्लांट ₹3,000 करोड़ की सालाना कमाई कर सकता है।

इलेक्ट्रिक गाड़ियों से कंपनी की नई शुरुआत

Jupiter की सहायक कंपनी JEM ने इंदौर में अपना पहला इलेक्ट्रिक लाइट कमर्शियल वाहन (ELCV) TEZ लॉन्च किया है। यह गाड़ी भारत के लॉजिस्टिक सेक्टर को टारगेट करती है। कंपनी ने बताया कि अगले वित्त वर्ष में करीब 500 गाड़ियां बेचने का लक्ष्य है। इसके अलावा 2 टन और 3 टन की दो और गाड़ियां अगले दो साल में लॉन्च होंगी। प्रिथापुर में इसके लिए एक नया प्लांट भी तैयार किया गया है। कंपनी दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों में गाड़ियों को उतारने की तैयारी कर रही है।

2029 तक ₹10,000 करोड़ की कमाई का रोडमैप तैयार

JWL ने बताया कि वह साल 2029 तक ₹10,000 करोड़ रेवेन्यू हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसमें से 50% आय फ्रेट वैगन से, 30% नए व्हील प्लांट से, 8% ब्रेक सिस्टम, 5% कमर्शियल वाहन बॉडी और बाकी 7% अन्य बिजनेस से आएगी। FY25 से FY27 के बीच कंपनी की आय में हर साल 15% की बढ़ोतरी होने की उम्मीद जताई गई है।

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शेयर में अभी लिमिटेड मुनाफा, लंबी अवधि के लिए नज़र रखें

एंटीक ब्रोकिंग का कहना है कि JWL आने वाले दो सालों में अपनी आमदनी, मुनाफे और ऑपरेटिंग मार्जिन में अच्छी ग्रोथ दिखा सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी का एवरेज रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) 16% रह सकता है। लेकिन फिलहाल स्टॉक की वैल्यू बहुत ऊंची है, इसलिए इसमें निवेश के लिए थोड़ा इंतज़ार करने की सलाह दी गई है। इसलिए ब्रोकरेज ने HOLD रेटिंग बरकरार रखते हुए ₹431 का टारगेट प्राइस दिया है।

First Published : June 24, 2025 | 9:25 AM IST