बोफा सिक्योरिटीज ने दिसंबर 2023 के लिए निफ्टी का लक्ष्य बढ़ाकर 20,500 कर दिया है, जो मौजूदा स्तर से करीब 4.5 फीसदी ज्यादा है जबकि मई 2023 में दिसंबर के लिए अनुमानित 18,000 के लक्ष्य के मुकाबले करीब 14 फीसदी ज्यादा है।
शोध व ब्रोकिंग फर्म का अब मानना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अब शायद मंदी का सामना नहीं करेगी, जिससे बाजारों पर तेजडि़यों की मजबूत पकड़ होगी क्योंकि उनकी मुख्य चिंता मंदी का समाधान हो जाएगा और वे मूल्यांकन में विस्तार को सहारा देंगे।
बोफा सिक्योररीज के भारतीय शोध प्रमुख अमिष शाह की अगुआई में विश्लेषकों ने लिखा है, हमें उम्मीद है कि दिसंबर 2023 मं निफ्टी 20,500 पर पहुंच जाएगा। पहला, ऐतिहासिक तौर पर निफ्टी का रिटर्न अमेरिकी मंदी खत्म होने के कम से कम तीन महीने पहले मोटे तौर पर सकारात्मक रहा है और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दर बढ़ाने से लेकर दरों में कटौती की शुरुआत के छह महीने बाद भी यह ऐसा ही रहेगा। दूसरा, देसी निवेश मजबूत बना रह सकता है। तीसरा, निफ्टी की एक तिहाई कंपनियों का एमकैप अभी भी लंबी अवधि के मूल्यांकन से नीचे है, जिनमें से कुछ खरीदारी के मौके उपलब्ध करा रहा है।
रणनीति के तौर पर बोफा सिक्योरिटीज को मिडकैप व स्मॉलकैप के मुकाबले लार्जकैप पसंद है क्योंकि मिडकैप व स्मॉलकैप का मूल्यांकन ज्यादा है और आय में बढ़ोतरी का अनुमान खिंचा हुआ दिख रहा है। मई 2023 में बोफा सिक्योरिटीज ने निवेशकों को बाजार से निकलने और निचले स्तर पर खरीदारी की सलाह दी थी। कंपनियों की आय की रफ्तार में कटौती के अनुमान, बाजार का उच्च मूल्यांकन, ब्याज दरों का अनुमान से ज्यादा लंबे समय तक उच्चस्तर पर बने रहने और क्रेडिट में सख्ती के बीच बोफा को आने वाले महीनों में निफ्टी गिरकर 16,000 के स्तर पर आने की आशंका थी।
शाह ने मई 2023 के नोट में लिखा था, हम निफ्टी के साल के आखिर के लक्ष्य 18,000 में बढ़ोतरी की संभावना नहीं देख रहे हैं और हम मुनाफावसूली पर विचार करेंगे। हम मजबूत देसी निवेश, कमजोर एफआईआई पोजीशनिंग पर संभावित गिरावट (16 हजार पर निफ्टी) और सुदृढ़ देसी आर्थिक हालात के बीच खरीदारी की सलाह देंगे (एनएसई 500 इंडेक्स में एफआईआई स्वामित्व मार्च 23 में घटकर 19.2 फीसदी रह गया, जो दिसंबर 2019 में 23 फीसदी था)
अल्पावधि के जोखिम
बोफा सिक्योरिटीज का अभी भी मानना है कि कच्चे तेल में हालिया तेजी, रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण महंगाई में बढ़ोतरी और चीन के संभावित प्रोत्साहन पैकेज से जिंसों में तेजी को देखते हुए अल्पावधि में बाजार नीचे आ सकता है। इसके अलावा अगले कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 के आम चुनाव जोखिम वाले अन्य घटनाक्रम हैं, जिन पर नजर रखनी चाहिए।