महाराष्ट्र में बढ़ते प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए सरकार लोगों से अपील करने के साथ सख्त कदम भी उठाने शुरु कर दिये हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद एक तरफ प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए एकजुट प्रयासों की अपील कर रहे हैं तो दूसरी तरफ बीएमसी चेतावनी के साथ कार्रवाई भी करना शुरु कर दी है। बीएमसी ने मुंबई के कालबादेवी और झवेरी बाजार इलाके में सोने और चांदी गलाने वाली इकाइयों की चार चिमनियों को ध्वस्त कर दिया।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्कूली बच्चों को प्रदूषण मुक्त दिवाली की शपथ दिलाने के बाद कहा कि प्रदूषण का बढ़ता स्तर वैश्विक चिंता का कारण बन गया है। राज्य सरकार ने पेड़ लगाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं और बांस वृक्षारोपण के लिए सब्सिडी दी जा रही है। शिंदे ने कहा कि अगर बच्चे प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाने का मन बना सकते हैं, तो उनके माता-पिता भी ऐसा ही करेंगे। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को मुंबई का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लगभग 150 या मध्यम श्रेणी में रहा।
सोना, चांदी गलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने मुंबई में वायु प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति के बीच दक्षिण मुंबई के कालबादेवी और झवेरी बाजार इलाके में सोने और चांदी गलाने वाली इकाइयों की चार चिमनियों को ध्वस्त कर दिया।
बीएमसी के अधिकारियों ने कहा कि जब कीमती धातुओं को भट्ठी में पिघलाया जाता है तो इस क्रिया के बाद निकलने वाले गैस चिमनी के माध्यम से हवा में छोड़े जाते हैं।
जब ऐसे धुएं को वैज्ञानिक उपचार के बिना छोड़ा जाता है, तो वे मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करते हैं। ये खतरनाक गैसें प्रदूषण को बढ़ाती हैं, इसलिए बीएमसी ने वायु प्रदूषण मानदंडों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। बीएमसी के भवन और कारखाना विभाग ने सी-वार्ड में धनजी मार्ग और मिजा मार्ग पर चार ऐसी गलन इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई की।
रियल एस्टेट कंपनियों को नोटिस
मुंबई में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए, नगर निकाय ने निजी और सरकारी परियोजनाओं के काम में लगे 100 से अधिक ठेकेदारों और रियल एस्टेट कंपनियों को नोटिस भेजकर धूल शमन मानदंडों का पालन करने को कहा है और ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
बीएमसी ने हाल में मुंबई में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसने डेवलपर और बुनियादी ढांचे का काम करने वालों को अपने निर्माण स्थलों पर स्प्रिंकलर (पानी का छिड़काव करने वाली) और फॉगिंग मशीनें खरीदने के लिए एक महीने का समय दिया है। इसका अनुपालन नहीं करने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
पटाखों पर सख्ती
सरकार ने निकाय को मुंबई में वायु प्रदूषण और धूल को नियंत्रित करने के लिए उपाय करने का निर्देश दिया है। निर्देश पर कार्रवाई करते हुए बीएमसी ने धूल नियंत्रण के लिए लगभग 650 किलोमीटर लंबी सड़क पर पानी के छिड़काव सहित सभी 24 नगर निगम वार्ड में प्रदूषण के खिलाफ कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही कई संस्थाओं ने दीपावली में पटाखे सीमित मात्रा में छोड़ने की अपील कर रहे हैं।
कारोबारी संगठन चाइनिज और बिना ब्रांड वाले पटाखों से परहेज करने को कह रहे हैं। वहीं बंबई उच्च न्यायालय ने दिवाली के दौरान मुंबई निवासियों के लिए आतिबाज़ी करने की सीमा तय कर दी है और वे शाम सात बजे से रात 10 बजे के बीच ही पटाखे सकते हैं।