अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने ट्विटर के 44 अरब डॉलर के अधिग्रहण का सौदा पूरा किया अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर का नया मालिक बनने के बाद अपने ट्वीट में ‘खुलकर जियो’ का संदेश देने के साथ ही लंबे समय से चर्चित इस अधिग्रहण को पूरा कर लिया।
दुनिया के सर्वाधिक धनी व्यक्ति मस्क ने 44 अरब अमेरिकी डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण किया है। इस सौदे को पूरा करते ही उन्होंने ट्विटर के भारतीय मूल के मुख्य कार्याधिकारी पराग अग्रवाल तथा कानूनी मामलों की शीर्ष अधिकारी विजया गड्डे को पद से हटा दिया।
मस्क ने एक ट्वीट किया जिसमें ‘लेट द गुड टाइम्स रोल’ का इस्तेमाल किया। इस तरह उन्होंने ट्विटर के उपयोगकर्ताओं को खुलकर जीने की नसीहत दी। समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक, मस्क ने ट्विटर को खरीदने के 44 अरब डॉलर के करार को गुरुवार को पूरा किया। सौदा पूरा होने के बाद मस्क ने ट्वीट किया, ‘पंछी आजाद हो गया।’
समचार चैनल सीएनएन ने कहा कि इस सौदे के पूरा होने के साथ ही ट्विटर के कारोबार, इसके कर्मचारियों और शेयरधारकों के बीच बनी हुई संशय की स्थिति अब दूर हो गई है। अंदरूनी स्थिति से परिचित लोगों के हवाले से जारी रिपोर्ट में कहा गया कि मस्क ने ट्विटर का सफाई अभियान शुरू कर दिया है और इसकी शुरुआत कम से कम चार कार्याधिकारियों को नौकरी से हटाकर की गई है।
खबर के मुताबिक, ट्विटर के जिन अधिकारियों को हटाया गया है, उनमें अग्रवाल और गड्डे के अलावा मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सेगल और जनरल काउंसिल सीन एजेट शामिल हैं। अग्रवाल (38) को पिछले साल नवंबर में कंपनी के सह-संस्थापक जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद ट्विटर का सीईओ नियुक्त किया गया था। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), बंबई और स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर चुके अग्रवाल ने एक दशक से अधिक समय पहले ट्विटर में नौकरी शुरू की थी। उस समय कंपनी में 1,000 से भी कम कर्मचारी हुआ करते थे।
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की खबर के अनुसार, ‘पिछले साल ट्विटर के सीईओ नियुक्त किए गए अग्रवाल की मस्क के साथ सार्वजनिक और निजी रूप से कहा-सुनी हो गई थी। मस्क ने ‘कंटेंट मॉडरेशन’ (ऑनलाइन सामग्री की निगरानी और छंटनी की प्रक्रिया) को लेकर हुए निर्णयों के मामले में गड्डे की भूमिका की भी सार्वजनिक तौर पर आलोचना की थी।’
ट्विटर के सह-संस्थापक बिज स्टोन ने इन अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘पराग, विजया और नेड सेगल ट्विटर में योगदान के लिए आपका आभार। बहुत ही प्रतिभाशाली होने के साथ-साथ बहुत अच्छे इंसान भी।’ इसके साथ ही मस्क ने ट्विटर पर अपने विवरण को बदलकर ‘चीफ ट्विट’ कर दिया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्विटर के स्वामित्व में हुए परिवर्तन को लेकर कहा, ‘सरकार के लिए यह मायने नहीं रखता कि कंपनी का मालिक कौन है। हमारे कानून और नियम सभी सोशल मीडिया मंचों पर लागू होते हैं, फिर चाहे कंपनी का मालिक कोई भी हो।’
ट्विटर पर बोलने की आजादी देने के मस्क के दावे ने कई लोगों को इस नेतृत्व परिवर्तन से उत्साहित किया है। वे लोग ज्यादा खुश हैं जिन्हें नियमों के उल्लंघन का हवाला देकर ट्विटर से प्रतिबंधित कर दिया गया था।हालांकि ट्विटर का सरकार के साथ टकराव रहा है। हाल में नए सूचना प्रौद्योगिकी नियमों की अनुपालन को लेकर भी सरकार और मंच आमने-सामने खड़े हो गए थे। मस्क का खुद आयात शुल्क को लेकर सरकार के साथ गतिरोध का रिकॉर्ड रहा है।
टेस्ला दरअसल उच्च आयात शुल्क को करना चाहती है। जबकि स्थानीय कंपनियों ने इसका विरोध किया है। उल्लेखनीय है कि ट्विटर का कई सरकारी विभाग, राजनेताओं और कारोबारियों द्वारा अपने विचारों और सूचनाओं को साझा करने के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
