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Trump का बड़ा ऐलान, भारत-चीन पर जल्द लगेगा जवाबी शुल्क

Trump ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साफ बता दिया है कि भारत को अमेरिकी जवाबी शुल्क से कोई छूट नहीं मिलेगी।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- February 23, 2025 | 8:37 AM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने कहा है कि उनकी सरकार भारत और चीन जैसे देशों पर जल्द ही जवाबी शुल्क (reciprocal tariffs) लगाएगी। उन्होंने दोहराया कि अमेरिका उन देशों पर उतना ही शुल्क लगाएगा, जितना वे अमेरिका से वसूलते हैं।

ट्रंप ने शुक्रवार को वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक के शपथ ग्रहण समारोह में कहा, “अगर कोई देश हमसे शुल्क लेता है, तो हम भी उन पर उतना ही शुल्क लगाएंगे। यह बहुत सीधा-साधा नियम है। हम निष्पक्ष होना चाहते हैं, इसलिए जवाबी शुल्क जरूरी है।”

इससे पहले मंगलवार को ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साफ बता दिया है कि भारत को अमेरिकी जवाबी शुल्क से कोई छूट नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा, “इस मुद्दे पर कोई भी मुझसे बहस नहीं कर सकता।”

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ट्रंप ने यह बयान फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में दिया, जिसे मंगलवार रात प्रसारित किया गया। इसी इंटरव्यू में अरबपति ईलॉन मस्क (Elon Musk) भी मौजूद थे।

गौरतलब है कि 13 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप की व्हाइट हाउस में बैठक से कुछ घंटे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने जवाबी शुल्क की घोषणा कर दी थी। उनके मुताबिक, अमेरिका अपने हर विदेशी व्यापारिक साझेदार पर बराबर का शुल्क लगाएगा।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को नए वाणिज्य सचिव हावर्ड लटनिक की तारीफ की और कहा कि हावर्ड को बिजनेस की अच्छी समझ है।

ट्रंप ने यह भी कहा कि कोविड से पहले अमेरिका की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बेहतरीन थी। उन्होंने आगे जोड़ा, “लेकिन अब टैरिफिंग बहुत दिलचस्प होने वाली है और इसकी जिम्मेदारी हावर्ड के पास होगी।”

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इस दौरान ट्रंप ने टैरिफ से जुड़ा एक मजेदार किस्सा भी सुनाया। उन्होंने कहा, “पहले ‘टैरिफ’ मेरा पसंदीदा शब्द था, लेकिन मुझे इसे चौथे नंबर पर रखना पड़ा। मैंने ‘परिवार’, ‘प्यार’ और ‘भगवान’ को पहले रख दिया।”

ट्रंप ने मजाकिया लहजे में कहा, “भगवान को पहले रखना जरूरी है क्योंकि हम कोई रिस्क नहीं लेना चाहते। एक बार मैंने ‘टैरिफ’ को अपना फेवरेट शब्द कहा था, तो फेक न्यूज वालों ने मुझसे पूछा—’भगवान, परिवार और रिश्तों का क्या?’ फिर मैंने कहा, ‘आप सही कह रहे हैं।'”

ट्रंप की यह बात सुनकर कमरे में मौजूद लोग हंस पड़े। उन्होंने कहा, “अब मैंने ‘टैरिफ’ को अपना चौथा पसंदीदा शब्द बना लिया है।”

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क्या होता है रेसिप्रोकल टैरिफ?

रेसिप्रोकल टैरिफ वह कर या व्यापारिक प्रतिबंध है, जिसे एक देश तब लागू करता है जब दूसरा देश उसके उत्पादों पर शुल्क बढ़ाता है या अन्य व्यापारिक प्रतिबंध लगाता है। इसका मुख्य उद्देश्य व्यापार संतुलन बनाए रखना और घरेलू उद्योगों की रक्षा करना होता है।

अगर कोई देश किसी उत्पाद पर आयात शुल्क बढ़ाता है, तो दूसरा देश भी उसी तरह की प्रतिक्रिया दे सकता है और उस देश से आने वाले सामानों पर टैरिफ लगा सकता है। यह कदम स्थानीय उद्योगों को सुरक्षित रखने और रोजगार को प्रभावित होने से बचाने के लिए उठाया जाता है।

हालांकि, ऐसे टैरिफ से व्यापारिक तनाव बढ़ सकता है और दोनों देशों की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इससे सप्लाई चेन बाधित हो सकती है, उपभोक्ताओं को महंगे उत्पाद खरीदने पड़ सकते हैं, और आर्थिक विकास धीमा हो सकता है। इसलिए, व्यापारिक मतभेदों को हल करने के लिए टैरिफ लगाने के बजाय आपसी बातचीत और समझौते को प्राथमिकता देना बेहतर होता है।

-एजेंसी इनपुट के साथ

First Published : February 23, 2025 | 8:37 AM IST