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TikTok पर लगा 368 मिलियन डॉलर का जुर्माना

टिकटॉक ने एक बयान में कहा कि वे फैसले से असहमत हैं, खासकर जुर्माने की रकम से।

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एजेंसियां   
Last Updated- September 15, 2023 | 6:59 PM IST

यूरोपीय रेगुलेटर्स ने टिकटॉक (TikTok) पर 368 मिलियन अमेरिकी डॉलर का भारी जुर्माना लगाया है। क्योंकि टिकटॉक (TikTok) ने बच्चों की प्राइवेसी की पर्याप्त सुरक्षा नहीं की, जो यूरोप के सख्त डेटा प्राइवेसी नियमों के खिलाफ है।

यह जुर्माना आयरलैंड के डेटा संरक्षण आयोग की ओर से लगाया गया है, जो यूरोप की प्रमुख तकनीकी कंपनियों के लिए मुख्य प्राइवेसी रेगुलेटर है, इन कंपनियों में से कई का यूरोपीय हेड ऑफिस डबलिन में है। टिकटॉक पर 345 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाया गया है और 2020 के बाद हुए प्राइवेसी उल्लंघन के लिए फटकार लगाई गई है।

एक जांच में पता चला कि जब टीनेजर्स ने टिकटॉक के लिए साइन अप किया, तो उनके अकाउंट डिफ़ॉल्ट रूप से पब्लिक सेट हो गए। इसका मतलब था कि कोई भी उनके वीडियो देख सकता था और उन पर कॉमेंट कर सकता था। इससे 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए ख़तरा पैदा हो गया, जिन्हें प्लेटफॉर्म यूज करने की अनुमति नहीं है।

इसके अलावा, माता-पिता के लिए सेटिंग्स मैनेज करने की सुविधा, जिसे “फैमिली पेयरिंग” कहा जाता है, पर्याप्त सख्त नहीं थी। सेटिंग ने वयस्कों को उनकी सहमति के बिना 16 और 17 साल की आयु के यूजर्स के लिए सीधे संदेश भेजने की अनुमति दी। इसने टीनेज यूजर्स को साइन अप करते समय और वीडियो पोस्ट करते समय कम प्राइवेट विकल्प चुनने के लिए भी प्रोत्साहित किया।

टिकटॉक ने एक बयान में कहा कि वे फैसले से असहमत हैं, खासकर जुर्माने की रकम से।

टिकटॉक ने जवाब देते हुए कहा कि रेगुलेटर की चिंताएं तीन साल पहले के फीचर्स और सेटिंग्स को लेकर थीं। उन्होंने बताया कि उन्होंने सितंबर 2021 में जांच शुरू होने से पहले ही बदलाव कर दिए थे। इन बदलावों में 16 साल से कम उम्र के टीनेजर्स के लिए सभी खातों को डिफ़ॉल्ट रूप से प्राइवेट पर सेट करना और 13 से 15 साल के बच्चों के लिए सीधे मैसेजिंग को बंद करना शामिल था।

टिकटॉक के यूरोप के प्राइवेसी प्रमुख एलेन फॉक्स ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि निर्णय में उठाए गए अधिकांश मुद्दों को 2021 की शुरुआत में लागू किए गए उपायों के साथ पहले ही सुलझाया जा चुका था।

आलोचकों ने नोट किया है कि 2018 में यूरोपीय संघ के गोपनीयता कानून लागू होने के बाद से आयरिश नियामक प्रमुख तकनीकी कंपनियों की अपनी जांच में धीमा रहा है।

एक साल पहले जारी किए गए टिकटॉक से संबंधित ड्राफ्ट फैसले के कुछ हिस्सों से जर्मन और इतालवी रेगुलेटर्स की असहमति थी। इससे और देरी हुई।

भविष्य में देरी को रोकने के लिए, 27 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ के मुख्यालय ने नए नियमों को लागू करने की जिम्मेदारी ली है। इन नियमों का उद्देश्य डिजिटल कंपटीशन को बढ़ावा देना और सोशल मीडिया पर कंटेंट के मैनेजमेंट के नियमों में सुधार करना है। लक्ष्य टेक्नॉलजी को रेगुलेट करने में वैश्विक लीडर के रूप में यूरोपीय संघ की स्थिति को बनाए रखना है।

आयरिश वॉचडॉग ने अपने यूजर्स की उम्र सत्यापित करने के टिकटॉक के प्रयासों की भी जांच की और पाया कि उन्होंने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है।

इसके अलावा, रेगुलेटर वर्तमान में यह निर्धारित करने के लिए दूसरी जांच कर रहा है कि क्या टिकटॉक ने यूजर्स डेटा को चीन में ट्रांसफर करते समय यूरोपीय संघ के सामान्य डेटा संरक्षण रेगुलेशन का पालन किया था।

टिकटॉक पर सिक्योरिटी जोखिम होने का आरोप लगाया गया है क्योंकि ऐसी चिंताएं थीं कि यूजर्स डेटा चीन भेजा जा सकता है, जो एक समस्या हो सकती है। इन चिंताओं को दूर करने के लिए, टिकटॉक यूरोपीय यूजर्स डेटा को यूरोप में रखने के लिए कदम उठा रहा है। उन्होंने हाल ही में डबलिन में एक डेटा सेंटर खोला है, और उनकी योजना महाद्वीप पर कुल तीन डेटा सेंटर खोलने की है।

पिछले एक साल में, आयरिश नियामक ने इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और उनकी मूल कंपनी मेटा जैसे अन्य तकनीकी दिग्गजों पर भी जुर्माना लगाया है। (AP के इनपुट के साथ)

First Published : September 15, 2023 | 6:59 PM IST