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पीएम मोदी को साइप्रस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान; जानें किन क्षेत्रों में India और Cyprus होंगे साथ-साथ

व्यापार, निवेश, विज्ञान, संस्कृति, डिजिटल सहयोग, स्टार्ट-अप्स, रक्षा, फिनटेक, एआई, कनेक्टिविटी और जन-संपर्क जैसे क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने पर चर्चा की।

Published by
निमिष कुमार   
Last Updated- June 16, 2025 | 5:46 PM IST

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडुलाइड्स द्वारा देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “Grand Cross of the Order of Makarios III” से सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को 1.4 अरब भारतीयों की ओर से स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति, सरकार और साइप्रस की जनता के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता प्रकट की।

विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह सम्मान भारत और साइप्रस के बीच लंबे समय से चले आ रहे गर्मजोशी भरे संबंधों को समर्पित किया, जो साझा मूल्यों और आपसी विश्वास पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि यह सम्मान “वसुधैव कुटुंबकम” – “पूरा विश्व एक परिवार है” की भारत की प्राचीन दर्शन की वैश्विक शांति और प्रगति के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर के बाद साइप्रस के राष्ट्रपति के साथ बैठक

प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति क्रिस्टोडुलाइड्स के बीच साइप्रस के राष्ट्रपति भवन में औपचारिक बातचीत हुई। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

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प्रधानमंत्री ने साइप्रस द्वारा अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले की कड़ी निंदा करने और भारत के साथ एकजुटता दिखाने के लिए आभार प्रकट किया। दोनों नेताओं ने आतंकवाद से मिलकर लड़ने के संकल्प को दोहराया।

प्रधानमंत्री ने साइप्रस की एकता और “Cyprus Question” के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के समर्थन को दोहराया, जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों, अंतरराष्ट्रीय कानून और यूरोपीय संघ के नियमों पर आधारित हो।

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किन-किन क्षेत्रों में होंगे India- Cyprus साथ-साथ

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने बताया कि दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, विज्ञान, संस्कृति, डिजिटल सहयोग, स्टार्ट-अप्स, रक्षा, फिनटेक, एआई, कनेक्टिविटी और जन-संपर्क जैसे क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने पर चर्चा की। उन्होंने रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए पांच-वर्षीय रोडमैप बनाने पर सहमति जताई।

उन्होंने साइबर और समुद्री सुरक्षा संवाद, आतंकवाद, मादक पदार्थ और हथियार तस्करी पर रीयल टाइम सूचना साझा करने की प्रणाली स्थापित करने पर सहमति जताई। जनवरी 2025 में हस्ताक्षरित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग कार्यक्रम की सराहना की गई, जिससे रक्षा साझेदारी को ठोस रूप मिलेगा।

भारत-ग्रीस-साइप्रस व्यापार एवं निवेश परिषद (IGC Business and Investment Council) की स्थापना का स्वागत किया गया और हवाई संपर्क बढ़ाने पर जोर दिया गया। प्रधानमंत्री ने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) को क्षेत्रीय शांति और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण बताया। दोनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार और भारत की स्थायी सदस्यता के प्रति साइप्रस के समर्थन की सराहना की। वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ।

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति क्रिस्टोडुलाइड्स को भारत आने का आमंत्रण दिया। यात्रा के दौरान यूनिवर्सिटी ऑफ निकोसिया में इंडिया स्टडीज के लिए आईसीसीआर चेयर स्थापित करने हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर हुए और भारत-साइप्रस साझेदारी पर संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया गया।

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First Published : June 16, 2025 | 4:33 PM IST