यूबीएस को 19 अरब का नुकसान

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 5:29 PM IST

मंगलवार का दिन बैंकों के लिए वैश्विक स्तर पर खासा नुकसान भरा रहा।


अमेरिकी सबप्राइम संकट की मार झेल रहे स्विट्जरलैंड के सबसे बड़े बैंक यूबीएस एजी को लगातार दूसरी तिमाही में नुकसान उठाना पड़ा है।


बैंक को राइटडाउन (बट्टे खाते) में करीब 19 अरब डॉलर डालने पड़े हैं। इस निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए बैंक के अध्यक्ष मार्केल ऑसपेल अपने पद से जल्द ही इस्तीफा दे देंगे। ऐसा माना जा रहा है कि मार्केल के बाद पीटर कुरेर उनकी जगह को संभालेंगे। बैंक को अपनी वित्तीय स्थिति को ठीक करने के लिए राइट ऑफर के जरिए करीब 15 अरब फ्रैंक (15.1 अरब डॉलर) उगाहने पड़ेंगे।


यह अलग बात है कि बैंक सिंगापुर और मध्य पूर्व में निवेशकों से पहले ही 13 अरब फ्रैंक जुटा चुकी है। इस राइटडाउन की वजह से बैंक को वर्ष 2008 की पहली तिमाही में 12 अरब फ्रैंक का नुकसान उठाना पड़ेगा। इसका सीधा असर बैंक के रोजगार के अवसरों पर पड़ने की उम्मीद है। यानी आने वाले दिनों में बैंक के कर्मचारियों की संख्या में कटौती की जा सकती है।


इस घाटे के साथ ही यूएसबी सिटीग्रुप इंक और मेरिल लिंच ऐंड कॉरपोरेशन के साथ कतार में आ गई है जिन्हें कुल मिलाकर अब तक सबप्राइम संकट से 208 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हो चुका है। अब ये तीनों ही बैंक पूंजी कमाने के लिए निवेशकों के सामने जाने का मन बना रही हैं।


पिछले एक वर्ष के दौरान यूबीएस का प्रदर्शन काफी निराश करने वाला रहा है और इसके शेयरों के भाव इस दौरान 45 फीसदी तक गिरे हैं। बैंक का बाजार मूल्य घटकर 59.8 अरब फ्रैंक रह गया है। इस नुकसान की गाज पहले ही कंपनियों के आला अधिकारियों पर गिर चुकी है और आने वाले दिनों में ऑस्पेल भी इसकी चपेट में आ जाएंगे।


बैंक के पूर्व सीईओ पीटर वुफ्ली, वित्तीय प्रमुख क्लाइव स्टैंडिश और निवेश बैंकिंग के प्रमुख ह्यू जेकिंस अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। ऑसपेल ने एक बयान जारी कर कहा, ‘मैं बैंक के इस हालत की जिम्मेवारी लेता हूं। हमनें इस नुकसान से सबक सीखा है, पर मैं कह सकता हूं कि स्थिति में सुधार के लिए जो आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए, उसके लिए मैंने प्रयास किए हैं।’ 

First Published : April 1, 2008 | 10:34 PM IST