शिमला के संजौली क्षेत्र में एक मस्जिद के अवैध हिस्से को ध्वस्त करने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों की बुधवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों को तोड़ दिया और पथराव किया, जबकि पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें कीं और लाठीचार्ज किया।
‘जय श्री राम’ और ‘हिंदू एकता जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारी सब्जी मंडी ढल्ली में एकत्र हुए और विरोध दर्ज कराने के लिए निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए संजौली की ओर मार्च शुरू कर दिया। उन्होंने ढल्ली सुरंग के पास लगाए गए अवरोधक तोड़ दिए। कुछ हिंदू समूहों के आह्वान पर एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों ने जब संजौली में प्रवेश किया और मस्जिद के पास लगे दूसरे अवरोधक को तोड़ दिया तो पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें छोड़ीं।
पुलिस ने हिंदू जागरण मंच के सचिव कमल गौतम सहित कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया तथा मस्जिद के पास फिर से अवरोधक लगा दिए, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने वहां से जाने से इनकार कर दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी जारी रखी। झड़प के कारण संजौली, ढल्ली और आसपास के इलाकों के बच्चे स्कूलों में फंसे रहे।
स्थानीय निवासियों ने का कहना था कि प्रदर्शन की जानकारी होने के बावजूद प्रशासन ने विद्यालयों को बंद रखने का आदेश नहीं दिया। झड़प और पथराव में कम से कम दो पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पुलिस कार्रवाई में उनमें से भी कुछ लोगों को चोटें आई हैं।