मध्य प्रदेश पॉवर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (एमपीपीसीएल) और एनएचपीसी के बीच शुक्रवार को 252 मेगावॉट बिजली खरीद के अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए। इस अनुबंध के तहत एमपीपीसीएल एनएचपीसी की अरुणाचल प्रदेश के लोअर दिवांग वैली जिले में स्थित बहुउद्देश्यीय जलविद्युत परियोजना से 252 मेगावॉट बिजली हासिल करेगा। यह बिजली केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आवंटित है।
मुख्यमंत्री यादव ने इस अनुबंध को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि भविष्य की मांग को देखते हुए पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के अलावा नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के साथ बिजली खरीद समझौते करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में घरेलू और औद्योगिक आवश्यकताओं के साथ कृषि के क्षेत्र में भी बिजली की आवश्यकता में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में आने वाले वर्षों में बिजली की मांग बढ़ने की संभावना के चलते अरुणाचल प्रदेश से बिजली खरीदने का निर्णय लिया गया है।
विभिन्न विशेषज्ञों का अनुमान है कि प्रदेश में कृषि और उद्योग के क्षेत्र में बिजली की बढ़ती खपत को देखते हुए चालू वित्त वर्ष के अंत तक बिजली की मांग 20,000 मेगावॉट तक पहुंच सकती है।
शुक्रवार को राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में एमपीपीसीएल के मुख्य महाप्रबंधक राकेश ठुकराल और एनएचपीसी के महाप्रबंधक ओंकार यादव ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव ऊर्जा नीरज मंडलोई, एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक अविनाश लवानिया, एनएचपीसी के प्रबंध संचालक राजीव जैन उपस्थित थे।