प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
Kullu Cloudburst: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में शुक्रवार शाम को एक बादल फटने की घटना सामने आई है। यह घटना जरी के शारद नाले में शाम करीब 5:35 बजे हुई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) कुल्लू के अनुसार, बादल फटने के बाद स्थिति सामान्य है और अभी तक किसी के हताहत होने या जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि, शारद नाले के पास बारोगी नाले में पानी का स्तर बढ़ गया है, जिससे स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया है।
हिमाचल प्रदेश इस समय मॉनसून की भारी बारिश और इसके कारण होने वाली परेशानियों से जूझ रहा है। न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 357 सड़कें बंद हो चुकी हैं। इसके अलावा, 599 बिजली वितरण ट्रांसफॉर्मर खराब हो गए हैं और 177 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। मॉनसून की इस तबाही ने पूरे राज्य में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
इस साल मॉनसून से जुड़ी घटनाओं में हिमाचल प्रदेश में अब तक 208 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 112 लोगों की जान भूस्खलन, बाढ़ और मकान ढहने जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण गई, जबकि 90 से ज्यादा मौतें सड़क हादसों में हुईं। भारी बारिश के कारण सड़कों पर फिसलन और दृश्यता कम होने से हादसे बढ़े हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक हिमाचल में बारिश का अनुमान जताया है। विभाग ने 11 और 12 अगस्त के लिए तीन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि बाकी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इससे पहले, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक बादल फटने की घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग लापता हो गए थे। खीर गढ़ इलाके में भूस्खलन ने कई इमारतों, दुकानों और सड़कों को बहा दिया, जिससे 100 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं।
कुल्लू में बादल फटने की घटना ने एक बार फिर मॉनसून की मार झेल रहे पहाड़ी राज्यों की मुश्किलों को उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन हालात पर नजर रखे हुए है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की जा रही है।