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6 महीने में 5 दुर्घटनाओं के बाद DGCA ने उड़ान ट्रेनिंग एकेडेमी को सस्पेंड किया

DGCA की रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग एकेडेमी पर सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के लिए कार्रवाई

Published by
अजिंक्या कवाले   
दीपक पटेल   
Last Updated- October 23, 2023 | 9:41 PM IST

नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने देश के सबसे बड़े विमान उड़ान स्कूलों में शामिल रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग एकेडेमी के देश में इसके सभी पांच ट्रेनिंग केंद्रों पर परिचालन सस्पेंड कर दिया है। पिछले छह महीने में संस्थान के विमानों के पांच हादसों में शामिल होने के बाद यह कार्रवाई की गई है।

DGCA ने कहा कि वह इसे परिचालन फिर से शुरू करने की अनुमति देने से पहले एकेडेमी की रखरखाव की कार्यप्रणाली और संस्थान के उड़ान प्रशिक्षकों की दक्षता की जांच करेगा।

DGCA ने एक बयान में कहा कि ये घटनाएं (उड़ान दुर्घटनाएं) रखरखाव और परिचालन के अंगों में अंतर का संकेत देती हैं। इसलिए DGCA ने देश में इसके सभी केंद्रों पर मेसर्स रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग एकेडेमी का परिचालन सस्पेंड कर दिया है।

एकेडेमी, जिसके पास लगभग 40 विमानों का बेड़ा है तथा कथित तौर पर अगले साल मार्च के अंत तक 20 और विमान जोड़ने की योजना है, ने खबर लिखे जाने तक बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा भेजे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। पिछले एक हफ्ते में ही अकादमी के दो ट्रेनिंग विमान पुणे के पास बारामती में दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं।

19 अक्टूबर को एक ट्रेनिंग विमान इंजन में खराबी आने की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया। अन्य दुर्घटना में, 22 अक्टूबर को ट्रेनिंग विमान को इमरजेंसी लेंडिंग के बाद इसमें सवार दो लोग घायल हो गए।

रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग एकेडेमी के पूरे देश और विदेश में भी ट्रेनिंग बेस हैं। एकेडेमी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार बारामती (महाराष्ट्र), लीलाबाड़ी (लखीमपुर, असम), गुलबर्गा (कर्नाटक), बेलगाम (कर्नाटक), सिवनी (मध्य प्रदेश) और कोलंबो (श्रीलंका) जैसे स्थानों में ट्रेनिंग बेस हैं।

यह पहली बार नहीं है जब DGCA ने देश में उड़ान ट्रेनिंग अकादमियों पर सख्ती बरती है। मार्च, 2022 में, विमानन नियामक ने दो ट्रेनिंग विमानों में गड़बड़ियां पाए जाने के बाद सभी 30 फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन (एफटीओ) का सुरक्षात्मक तौर पर ऑडिट कराने का आदेश दिया था।

पिछले साल जून में पूरी हुई जांच में DGCA ने पाया कि एफटीओ ने कई सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया। नियामक ने पाया था कि एफटीओ में सुविधाओं को जरूरतों के हिसाब से ‘मैंटेन’ नहीं किया गया था। उसने यह भी पाया कि कि कई एफटीओ में उड़ान-पूर्व एल्कोहल टेस्ट संबंधित नियमों का पालन भी नहीं किया गया था।

जांच के आधार पर, विमानन नियामक ने दो सीएफआई (सर्टिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर) को एक साल और दो सीएफआई को 3 महीने, एक डिप्टी सीएफआई को एक साल, दो डिप्टी सीएफआई को 3 महीने, एक एएफआई (एसिस्टेंट फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर) को 3 महीने और एक छात्र को 3 महीने तक सस्पेंड किए जाने के आदेश जारी किए थे।

पिछले साल अगस्त में, रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग एकेडेमी ने यूरोपीय विमान निर्माता एयरबस को उसके छात्रों के लिए ए320 विमान के बारे में पायलट ट्रेनिंग देने के लिए भागीदारी की थी। नवंबर 2022 में, DGCA ने कैमरे लगाने और उड़ान आंकड़े की निगरानी के लिए फ्लाइट ट्रेनिंग स्कूलों को सर्कुलर जारी किया था।

First Published : October 23, 2023 | 9:18 PM IST