Delhi Pollution Certificate: दिल्ली में आप घर से वाहन (कार, बाइक या ऑटो) निकालने से पहले एक बार चेक कर लीजिए कि आपके वाहन का Pollution Under Control (PUC) प्रमाणपत्र कहीं एक्सपायर तो नहीं हो गया है, वरना आपको वाहन की सवारी महंगी पड़ सकती है क्योंकि आज से PUC बनाने वाले हड़ताल पर होने के कारण ये नहीं बन रहे हैं।
PUC बनाने वाले सेंटर संचालकों ने PUC शुल्क उनकी मांग के अनुरूप न बढ़ाने के कारण इन सेंटर को आज से बंद कर दिया है। दिल्ली पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने बताया कि 2011 के बाद से PUC शुल्क में बदलाव नहीं हुआ है। वर्षों की मांग के बाद सरकार ने अब इसमें बदलाव किया है। लेकिन 13 साल बाद भी यह शुल्क 35 फीसदी ही बढ़ाया, जबकि दिल्ली सरकार ने महंगाई के हिसाब से 75 फीसदी वृद्धि का वादा किया था। हम लोगों की मांग 2.5 से 3 गुना बढ़ाने की थी। तेल विपणन कंपनियों ने भी इस दौरान PUC सेंटर मालिकों का किराया 10 से 15 फीसदी बढ़ाया है। पहले PUC हर तीन महीने में बनता था। लेकिन बीएस-4 नियम आने के बाद यह साल में एक बार बनता है। सिंघानिया ने कहा कि लंबे समय बाद भी शुल्क कम बढ़ाने के विरोध में 15 जुलाई यानी आज से दिल्ली के सभी 400 पेट्रोल पंप पर 644 PUC सेंटर बंद हैं और यह तब तक बंद रहेंगे, जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाती है।
दिल्ली सरकार ने PUC सेंटर संचालकों की मांग पर इसी महीने PUC शुल्क में वृद्धि की है। दो/तीन पहिया वाहनों के लिए PUC शुल्क को 60 रुपये से बढ़ाकर 80 रुपये किया गया है। 4 पहिया पेट्रोल/सीएनजी वाहनों के लिए इसे 80 रुपये से बढ़ाकर 110 रुपये, जबकि डीजल वाहनों से पहले जाने वाला 100 रुपये PUC शुल्क अब बढ़कर 140 रुपये हो गया है। PUC सेंटर संचालकों ने दो/तीन पहिया वाहन के लिए 150 रुपये, 4 पहिया पेट्रोल/सीएनजी वाहन के लिए 200 रुपये और डीजल वाहन के लिए 300 रुपये PUC शुल्क करने की मांग की थी। सिंघानिया ने कहा कि सरकार ने पिछले महीने हड़ताल के ऐलान के समय PUC शुल्क दो/तीन पहिया वाहन के लिए बढ़ाकर 105 रुपये, 4 पहिया पेट्रोल/सीएनजी वाहन के लिए 140 रुपये और डीजल वाहन के लिए 175 रुपये रुपये का वादा किया था। लेकिन सरकार ने यह वादा पूरा नहीं किया।
दिल्ली में रोजाना हजारों की संख्या में PUC प्रमाणपत्र बनते हैं। बिना PUC वाहन चलाने पर सख्ती के बाद इनकी संख्या तेजी से बढ़ रही है। सिंघानिया ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल पंप पर रोजाना 10 से 12 हजार PUC प्रमाणपत्र बनते हैं। दिल्ली के 400 पेट्रोल पंपों पर 644 PUC सेंटर हैं।
दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव के कारण प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर सख्ती हो रही है। इसी के तहत बिना PUC प्रमाणपत्र चलने वाले वाले वाहनों से 10,000 रुपये का भारी जुर्माना वसूला जाता है। दिल्ली में 80 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हैं। इसके अलावा हजारों की संख्या में दूसरे राज्यों से भी वाहन दिल्ली आते हैं।