तानला में मुनाफे की तान

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 1:43 PM IST

मोबाइल इस्तेमाल करने वालों की संख्या में भले ही वैश्विक स्तर पर इजाफा हो रहा हो पर मोबाइल सर्विस ऑपरेटरों को ध्वनि आधारित सेगमेंट में कुछ परेशानियां होनी महसूस होने लगी है जबकि उनके इस्तेमाल कर्ता रेवेन्यू यानी एआरपीयू में गिरावट शुरू हो चुकी है। इस रूख से यह साफ जाहिर होने लगा है कि उन्हें लगातार मूल्य वर्धित सेवाओं को लांच करने की जरूरत है।


कारोबार

पिछले आठ सालों में तानला के कद में एक अच्छी खासी ऊंचाई दर्ज की गई है। इन सालों में तानला एक अदद टेलीकॉम उत्पाद लाइसेंसिंग कंपनी से एक एकीकृत टेलीकॉम उत्पाद प्रदान करने वाली कंपनी के रूप में उभर कर सामने आई है। कंपनी एक एग्रीग्रेशन सेवा भी प्रदान करती है।

मतलब यह कि कंटेंट डेवलपर्स मसलन ईएसपीएन, डिज्नी और मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर एयरटेल और आइडिया के बीच एक एकल बिंदु धुरी का काम करती है। इसके अलावा टेलीकॉम सिंगनलिंग उत्पाद से लेकर मोबाइल ऑपरेटरों और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रबंधन से संबंधित सेवाएं प्रदान करती हैं। इसके अलावा इस कंपनी ने अपनी निगाहें ब्रिटेन और आयरलैंड के बाजारों पर केंद्रित कर रखी हैं जिससे कंपनी का95 फीसदी राजस्व आता है।

कंपनी ने इसके अलावा इन बाजारों में अपनी बाजार हिस्सेदारी को पांच फीसदी करने पर भी ध्यान लगा रखा है। कंपनी का इरादा है कि  वित्तीय वर्ष 2009 तक उसकी बाजार हिस्सेदारी बढ़कर आठ फीसदी हो जाए। इसके लिए कंपनी अपने कंटेट को और बेहतर करने से लेकर बिलिंग सॉल्यूशंस और एप्लीकेशनों पर खासा ध्यान दे रही है।

एग्रीगेशन कारोबार की बात करें तो इस बारे में ग्लोबल प्लेयरों से रिश्ते कायम करना ज्यादा अहम है और तानला इस मोर्चे पर भी आगे है। कंपनी का वोडाफोन के साथ एक मजबूत कारोबारी गठजोड़ है जबकि वर्जिन, टी मोबाइल और ऑरेंज सहित हचिसन के साथ भी कंपनी का एक बेहतर संबंध है। तानला का इस प्रकार ब्रिटेन के लगभग सभी मोबाइल ऑपरेटरों के साथ ताल्लुकात हैं जिससे उसे बाजार हिस्सेदारी में खासा इजाफा मिलने के पूरी उम्मीद है।

विकास की रणनीति

तानला ने हाल में फिनलैंड स्थित ओपनबिट के 85 फीसदी शेयर खरीदे हैं जबकि ओपनबिट की बात करें तो यह एक वैश्विक ऑन-डिवाइस पेमेंट प्रदात्ता कंपनी है जो कुल 1 करोड़ और 86 लाख डॉलर के मोबाइल एप्लीकेशन के लिए काम करती है। ओपेन बिट एक पेमेंट गेटवे के रुप में इस्तेमाल किया जाता है जो मोबाइल फोन के अलावा क्रेडिट कार्ड कंपनी के जरिए पेमेंट करती है।

इस कंपनी के ग्राहकों के रुप में नोकिया सहित कुछ बड़े स्वतंत्र सॉफ्टवेयर वेंडर मसलन सिमैनटेक, एफ सिक्योर और क्विकऑफिस और गेमिंग कंपनियां मसलन थ्री डी आर्टस और गेमीलीयन हैं। इसके अलावा ओपनबिट ने वित्तीय वर्ष 2009 की पहली तिमाही में एक तगड़ा कारोबार किया है।

कंपनी ने कुल 14 लाख मोबाइल हैंडसेट भी महज जून महीने में लगाए हैं जबकि कारोबार के लिहाज से यह सूखा महीना होता है। सिर्फ इसी के कारण ओपेनबिट को रिकॉर्ड 7.4 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है जबकि कुल 1.6 करोड़ रुपये का पीएटी मिला है। कंपनी का इरादा है कि 2008 के अंत तक कुल 5 करोड़ हैंडसेटों में इंस्टालेंशन का काम पूरा कर ले। वर्ष  2009 के अंत तक कुल 1 अरब 90 लाख मोबाइल हैंडसेटों में इंस्टालेशन का काम पूरा करने का लक्ष्य है।

लिहाजा, इन सब तस्वीरों से ओपनबिट का अधिग्रहण तानला के लिए खासा फायदेमंद साबित होनेवाला है। तानला को न केवल ओपनबिट की तकनीक का फायदा मिलेगा बल्कि इसके कस्टमर बेस से भी उसे अच्छा-खासा लाभ मिलेगा। कंपनी को 30 देशों में 90 ऑपरेटरों के नेटवर्क का फायदा मिलेगा। इसके अलावा कंपनी को साइबेस जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियों से भी आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी। जहां तक इस कंपनी के भारत में दस्तक देने का सवाल है तो यह वित्तीय वर्ष 2008 की चौथी तिमाही में आ चुकी है।

साथ ही उसने एयरटेल, बीएसएनएल सहित दूसरी कंपनियों के साथ बिलिंग और मैसेजिंग संबंधी करार किए हैं। इनके अलावा तानला ने एफएम रेडियो सेवा देने वाली कंपनियों के साथ भी करार किया है। एफएम रेडियो कंपनियों के साथ इसका करार वाइस पोर्टल कायम करने का है जबकि कंपनी ने पहले से ही सभी प्रमुख एसएमएस सेवा प्रदान करने वाले ऑपरेटरों के साथ गठजोड़ कर रखा है। बात बस इतनी ही नहीं है बल्कि  कंपनी ने पांच प्रमुख टीवी चैनलों के साथ भी करार किया है। ये पांच चैनल आईटीवी सर्विस के लिए काम करेंगे।

नाम से ही जाहिर है कि आईटीवी मीडिया चैनलों के लिए उनके दर्शकों के साथ इंटेरेक्टिव सेवाएं देने का काम करेंगे। कनेटिविटी करारों की बात करें तो कंपनी का दक्षिण अफ्रीका, दुबई, स्पेन और सिंगापुर के आपरेटरों के साथ भी करार हुआ है। इसके अलावा तानला की एक अतिमहत्वाकांक्षी योजना नौ देशों से 40 देशों में अपना विस्तार करना है और वित्तीय वर्ष 2009 तक 28 देशों के साथ सीधा संपर्क करना है।

वित्तीय स्थिति

इसका सतत रूप से जबरदस्त प्रदर्शन बरकरार रहा है। वित्तीय वर्ष 2006 और 08 के दौरान इसके राजस्व में 170 फीसदी की चक्रवृद्धि दर से इजाफा हुआ है जबकि इसके शुद्ध मुनाफे में कुल 132 फीसदी का इजाफा हुआ है। लिहाजा, कंपनी का विकास इसके बढ़ते कारोबार और मौजूदा तथा नए बाजारों में विस्तार से होने वाला है। कंपनी के तीनों कारोबार का काफी अच्छा मार्जिन है और यह 35 फीसदी से ऊपर है। इसके अलावा यह एक कर्ज मुक्त कंपनी है और इसके खातों में कुल 200 करोड़ रुपये की नकदी है। जाहिर है, इससे कंपनी को आगे किए जाने वाले अधिग्रहणों में मदद मिल सकती है।

निवेश का तर्क

औद्योगिक सूत्रों के मुताबिक मूल्य वर्धित सेवाओं का बाजार वित्तीय वर्ष 2008 में 25 अरब डॉलर का रहा है जबकि  इसकी वृध्दि कुल 25 से 30 फीसदी सालाना दर से हुई है। तानला की अवसरों को भुनाने की क्षमता बेहतर लगती है। कंपनी की सफलता की मुख्य वजह विदेशी कारोबार में कंपनी को मिलने वाली कमजोर होड़ है। कंपनी के पास अच्छी खासी उत्पाद श्रंखला है।

कंपनी की सर्विस ऑफरिंग्स अच्छी है और उसे अच्छा खासा अनुभव भी है। तानला की लाभ कमाने की रणनीति का प्रमुख हिस्सा वैश्विक परिदृश्य में अपनी उपस्थिति बढ़ाकर लाभ कमाना है। कम जोखिम वाले मॉडल से भी कंपनी को अपनी उपस्थिति बढ़ाने में मद्द मिलेगी। तानला को सिंगापुर, दुबई, स्पेन, दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका में अपनी उपस्थिति से लाभ कमाने में मदद मिल सकती है।

आगे चलकर कंपनी का राजस्व 42 फीसदी की चक्रवृध्दि की दर से बढ़ने की संभावना है। कंपनी के इबिडटा मार्जिन के 45 फीसदी से ऊपर की गति से बढ़ने की उम्मीद है। उसका शुध्द लाभ का मार्जिन 30 फीसदी की गति से बढ़ सकता है। बाजार में हालिया गिरावट के बाद 213.45 रुपए पर कंपनी का शेयर आकर्षक लग रहा है और यह एक साल में 30 फीसदी तक का रिटर्न दे सकता है।

First Published : July 27, 2008 | 10:41 PM IST