वित्त-बीमा

भारत को विकसित बनाने में बैंकों की खास भूमिका

बैंक आधारभूत ढांचे को मजबूत आधार और सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों को जरूरत के अनुकूल कोष मुहैया कराकर अधिक मजबूत योगदान दे सकते हैं।

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- September 19, 2024 | 9:47 PM IST

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को आगे बढ़ाने में बैंकिंग क्षेत्र महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सीतारमण ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के 90वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि विकसित भारत विजन के तीन आधार – आर्थिक वृद्धि, सामाजिक प्रगति और चिरस्थायी वातावरण व अच्छा शासन है।

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह संकल्प तय किया है और इसे पूरा करने में बैंक अहम भूमिका स्थापित करेंगे। हम इस स्वप्न को पूरा करने के लिए अधिक गति दे रहे हैं।’

बैंक आधारभूत ढांचे को मजबूत आधार और सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों को जरूरत के अनुकूल कोष मुहैया कराकर अधिक मजबूत योगदान दे सकते हैं। वे बैंकिंग सुविधा से वंचित जनसंख्या को औपचारिक बैंकिंग के दायरे में ला सकते हैं और सभी नागरिकों को बीमा उपलब्ध करा सकते हैं।

बीमा गतिविधियों के लिए प्रतिबद्ध संस्थान इस कार्य को अंजाम देंगे लेकिन सरकारी योजनाओं अटल पेंशन योजना, जीवन ज्योति सुरक्षा बीमा योजना भी गरीबों में सबसे गरीब को बीमा की सुविधा मुहैया कराती है। वित्त मंत्री ने कहा कि गरीब लोगों को बीमा मुहैया कराने में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक महत्त्वूपर्ण भूमिका निभाएंगे।

भारत के बैंकिंग परिदृश्य को तकनीक बदलेगी है। यह सभी ग्राहकों को सुरक्षित और सहज डिजिटल अनुभव मुहैया कराती है। इस क्षेत्र में बैंकों को बहुत कार्य किए जाने की जरूरत है।

 

First Published : September 19, 2024 | 9:46 PM IST