एलआईसी हाउसिंग फाइनैंस (एलआईसीएचएफ) क्वालीफाइड इंस्टीटयुशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के जरिये नए इक्विटी कैपिटल जुटाने की योजना बना रही है।
इस बाबत कंपनी अपनी चुकता पूंजी का 10 फीसदी इक्विटी शेयर जारी करेगी और इस बात की संभावना है कि कंपनी के शेयरधारक इसे समानुपातिक रूप में खरीदेंगे। अनुमानों के अनुसार कंपनी की कुल चुकता पूंजी 85 करोड रुपये है।
एलआईसीएचएफ के निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर आर नायर ने कहा ‘अगर हमें सही कीमत मिलती है और बाजार की हालत में सुधार होता है तो हम क्यूआईपी के जरिए पूंजी जुटाएंगे। लेकिन पूंजी पर्याप्तता अनुपात के 16 फीसदी रहने के कारण चालू वित्त वर्ष में पूंजी जुटाना हमारी मजबूरी नहीं है।’
इस समय भारतीय जीवन बीमा निगम, जो एलआईसीएचएफ की प्रवर्तक भी है, की कंपनी में 40.84 फीसदी जबकि विदेशी संस्थागत निवेशकों की 20.61 फीसदी हिस्सेदारी है। बाकी बचे हिस्से पर पब्लिक का नियंत्रण है।
उल्लेखनीय है कि क्यूआईपी के तहत इक्विटी शेयरों का प्राइवेट प्लेसमेंट होता है जो किसी सूचीबध्द कंपनियों के द्वारा इक्विटी में तब्दील हो सकती है। हालांकि क्यूआईपी के जरिए पूंजी जुटाने की अपनी योजना के बारे में विस्तार से बताए बिना नायर ने कहा कि प्रीमियम के बाद भी प्रवर्तकों की हिस्सेदारी में कोई अंतर नहीं आएगा।
मौजूदा कीमतों को देखें तो एलआईसीएचएफ इस इश्यू के जरिए करीब 240 करोड़ रुपये जुटा सकती है जिसमें प्रीमियम भी शामिल होगा। नियमों के अनुसार क्युआईपी के जरिए आवंटित इक्विटी की कीमत शेयरों की पिछले 15 दिनों के कारोबार के दौरान औसत कीमत से तय की जाती है।
पिछले साल अक्टूबर 2008 से वित्तीय संकट के गहराने के बाद हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों को रकम जुटाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।