एचडीएफसी बैंक ने चुनिंदा अवधियों के लिए धन की सीमांत लागत पर आधारित उधारी दर (एमसीएलआर) में 5 आधार अंक की बढ़ोतरी की है। यह 7 अक्टूबर से प्रभावी है। अब एचडीएफसी बैंक की एमसीएलआर 9.10 फीसदी से 9.50 फीसदी के बीच हो गई है।
बैंक ने दो अवधियों, 6 माह और 3 साल के लिए एमसीएलआर बढ़ाई है। अब 6 माह के लिए एमसीएलआर 9.45 फीसदी और 3 साल के लिए एमसीएलआर 9.50 फीसदी है। अन्य अवधियों के लिए एमसीएलआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। एमसीएलआर वित्तीय संस्थानों की वह न्यूनतम ब्याज दर है, जो किसी कर्ज पर लगाई जा सकती है। इससे कर्ज के लिए ब्याज दर की न्यूनतम सीमा तय होती है।
पिछले कुछ समय से बैंक जमा दरों में बढ़ोतरी कर रहे है, जिससे ज्यादा धन जुटाया जा सके, क्योंकि जमा में वृद्धि सुस्त है। बहरहाल बाहरी बेंचमार्क से जुड़ी कर्ज दर (ईबीएलआर) यथावत है, क्योंकि दर तय करने वाली भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति ने नीतिगत दर को लगातार 9 बैठकों से स्थिर रखा है। लेकिन बैंक धीरे-धीरे एमसीएलआर बड़ा रहे हैं।