facebookmetapixel
Gujarat Kidney IPO की शेयर बाजार में पॉजिटिव एंट्री, 6% प्रीमियम पर लिस्ट हुए शेयरGold silver price today: सोने-चांदी के दाम उछले, MCX पर सोना ₹1.36 लाख के करीबDelhi Weather Today: दिल्ली में कोहरे के चलते रेड अलर्ट, हवाई यात्रा और सड़क मार्ग प्रभावितNifty Outlook: 26,000 बना बड़ी रुकावट, क्या आगे बढ़ पाएगा बाजार? एनालिस्ट्स ने बताया अहम लेवलStock Market Update: शेयर बाजार की सुस्त शुरुआत, सेंसेक्स 150 अंक गिरकर खुला; निफ्टी 25900 के नीचेबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, 80 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांसStocks To Watch Today: InterGlobe, BEL, Lupin समेत इन कंपनियों के शेयरों पर आज रहेगा फोकसYear Ender: भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए 2025 चुनौतियों और उम्मीदों का मिला-जुला साल रहानवंबर में औद्योगिक उत्पादन 25 महीने में सबसे तेज बढ़ा, विनिर्माण और खनन ने दिया बढ़ावाBPCL आंध्र प्रदेश रिफाइनरी में 30-40 फीसदी हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों को बेचेगी, निवेश पर बातचीत शुरू

भ्रामक विज्ञापनों करने वाली ऑनलाइन बीमा कंपनियों पर बैन की मांग की

गैर-सरकारी संगठन ने वित्त मंत्रालय के अलावा बीमा नियामक इरडा से भी इन कंपनियों को भ्रामक विज्ञापन पर लगाम लगाने का निर्देश देने की मांग की है।

Last Updated- July 04, 2023 | 11:46 PM IST
Insurance

गैर-सरकारी संगठन ‘प्रहार’ ने ऑनलाइन बीमा बेचने वाली कुछ कंपनियों पर भ्रामक विज्ञापन करने का आरोप लगाते हुए वित्त मंत्रालय से इस पर रोक लगाने की मांग की है। प्रहार ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखकर कहा है कि ऑनलाइन बीमा बेचने वाली कुछ कंपनियां भ्रामक जानकारी देकर ग्राहकों को लुभाने की कोशिश कर रही हैं।

इस दौरान वे कुछ वर्षों तक एक छोटी राशि का निवेश करने पर एक करोड़ रुपये मिलने का दावा कर रही हैं। बीमा कंपनियों और बीमा मध्यवर्ती कंपनियों के लिए वर्ष 2019 में जारी बीमा विज्ञापन संबंधी परिपत्र का पालन करना अनिवार्य है। इस परिपत्र में किसी कंपनी के पिछले नतीजों के आधार पर भविष्य का आकलन करने पर भी रोक लगाई गई है।

गैर-सरकारी संगठन ने वित्त मंत्रालय के अलावा बीमा नियामक इरडा से भी इन कंपनियों को भ्रामक विज्ञापन पर लगाम लगाने का निर्देश देने की मांग की है। उसने कहा है कि इन विज्ञापनों से लोग गलत बीमा ले सकते हैं जिससे उनके हित प्रभावित होंगे।

इस पत्र में पॉलिसीबाजार और इंश्योरेंसदेखो जैसे बीमा बिक्री मंचों पर बीमा संबंधी विज्ञापन मानकों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। हालांकि इन कंपनियों ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि वे नियामक की तरफ से आने वाले किसी भी निर्देश का पालन करेंगी।

First Published - July 4, 2023 | 11:46 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट