बीएस बातचीत
ताइवान में प्रख्यात परिसंपत्ति प्रबंधक कैथे साइट ने निप्पॉन इङ्क्षडया की भागीदारी में भारत का पहला ताइवानी इक्विटी फंड पेश किया है। समी मोडक के साथ एक साक्षात्कार में कैथी साइट के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्याधिकारी एंडी चांग ने बताया कि भारतीय निवेशकों को ताइवानी बाजार में क्यों निवेश करना चाहिए । पेश हैं उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश:
कई ब्रोकरेज फिलहाल ताइवान पर अंडरवेट हैं, ऐसा क्यों?
ताइवान की अर्थव्यवस्था वर्ष 2021 में 5.88 प्रतिशत तक बढ़ेगी। हम इसे लेकर आशान्वित हैं कि ताइवान की अर्थव्यवस्था टेक्नोलॉजी के नए युग में महामारी से पहले जैसे हालात में लौटेगी, क्योंकि उसे अमेरिका-चीन विवाद तथा चीन में बढ़ती लागत का भी लाभ मिलेगा। मजबूत मांग और मूल्य निर्धारण स्थिति की वजह से ताइवान की कॉरपोरेट आय बेहद मजबूत और आकर्षक दिख रही है।
सेमीकंडक्टर किल्लत से शेयर बाजार का प्रदर्शन किस तरह से प्रभावित हो रहा है?
चिप की मांग आपूर्ति के मुकाबले ज्यादा है। दुनियाभर में कई वाहन निर्माताओं और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों का उत्पादन प्रभावित होगा। हालांकि सेमीकंडक्टर किल्लत एक चुनौती लग रही है, लेकिन इससे अवसर भी पैदा होगा। कई टेक कंपनियों ने अपने स्वयं के चिप बनाने शुरू कर दिए हैं।
क्या सेमीकंडक्टर/टेक शेयर आधारित ताइवानी इक्विटी में निवेश जोखिमपूर्ण बना हुआ है?
ताइवानी सेमीकंडक्टर उद्योग बेहद चर्चित है, क्योंकि यहां दुनिया की कई चर्चित सेमीकंडक्टर आपूर्ति शृंखलाएं हैं। ऊंची लागत और रणनीतक चिंताओं की वजह से ताइवानी सेमीकंडक्टर उद्योग की सफलता को दोहराना मुश्किल है।
वर्क-फ्रॉम-होम थीम मजबूत होने से क्या कमजोर प्रदर्शन को बढ़ावा मिलेगा?
वर्क-फ्रॉम-होम का ट्रेंड यहां महामारी के बाद भी बने रहने की संभावना है, क्योंकि कंपनी लागत कटौती, प्रतिभाओं के बड़े आधार तक पहुंच पर जोर दे रही हैं और कर्मचारियों को ज्यादा स्वायत्तता दे रही हैं। इससे यह सुनिश्चित हो सकता है कि मांग लंबे समय में बनी रहेगी और ये शेयर अच्छा दीर्घावधि निवेश बने रहेंगे।
क्या ताइवान-चीन संबंधों से शेयर बाजार प्रभावित हुआ है?
ताइवान में भू-राजनीतिक हालात अब नए घटनाक्रम हैं जिससे निवेशकों को खासकर ध्यान देने की जरूरत है। पूरी दुनिया के लिए ताइवान का आर्थिक महत्व किसी तरह के टकराव से बचने के लिए कवच के तौर पर कार्य करता है। पिछले अनुभवों से हमने सीखा कि भू-राजनीतिक हालात से जुड़ी खबरों को लेकर बाजार ज्यादा प्रभावित नहीं हुए थे।
भारतीय/वैश्विक निवेशक के लिए ताइवानी बाजार में निवेश के क्या लाभ हैं?
ताइवान सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक उद्योग पर एक प्रमुख वैश्विक दांव है और वह पूरी दुनिया को निर्यात करता है, जिसमें चीन, एशियाई और अमेरिका, यूरोप तथा जापान जैसे विकसित बाजार भी शामिल हैं। मौजूदा समय में सेमीकंडक्टर आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के दिमाग कहे जाते हैं।