रुपये की कीमतें को नियंत्रित करने के लिए काफी दिनों से डॉलर को बेचने से हिचकिचाने वाले आरबीआई ने मार्च के महीनें में इन डॉलर को बेचने का निर्णय लिया।
करीब 27 महीनों के बाद आरबीआई 1.5 अरब डॉलर की बिक्री की। इससे पहले दिसंबर 2005 में आरबीआई ने 6.54 अरब डॉलर की कीमत की अमेरिकी मुद्रा की बिक्री की थी। आरबीआई ने इन डॉलर की बिक्री भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को की थी।
आरबीआई ने डॉलर को बेचने का यह निर्णय रुपये की कीमतों में गिरावट का रुख बनने के बाद लिया है। गौरतलब है कि मार्च 2008 केमहीने केदौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 39.91 के स्तर से 40.72 के स्तर पर आ गया है।
एक मध्यम श्रेणी बैंक केट्रेजरी हेड का कहना है कि यदि इन दो बिक्री के बीच काफी अंतर है लेकिन यह सामान्य कारोबारी गतिविधियों का ही एक हिस्सा है। आरबीआई के आकड़े के अनुसार उसने जनवरी के महीने में 13.62 अरब डॉलर की खरीददारी की थी जो कि पिछले छ: वित्त्तीय वर्षों में सबसे बड़ी खरीद है।