प्राइवेट सेक्टर की कर्जदाता इंडसइंड बैंक (Indusind Bank ) ने 30 जून, 2023 को समाप्त तिमाही के लिए आज अपने तिमाही रिजल्ट्स जारी कर दिए हैं। वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ (net profit) 21.24 अरब रुपये हो गया, जो सालाना आधार पर (YoY) 32.5 प्रतिशत अधिक है।
Indusind Bank का एक साल पहले की समान अवधि में मुनाफा 60.5 फीसदी बढ़कर 1,631.02 करोड़ रुपये हो गया था। जबकि इसने और पिछली तिमाही (वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही) में 2,043 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (नेट प्रॉफिट) दर्ज किया था।
परिणाम से पहले विशेषज्ञों का कम मुनाफे का ही अनुमान था, लेकिन बैंक का परफॉर्मेंस उम्मीद से कहीं और बेहतर साबित हुआ। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि जो लोन में काफी बढ़ोतरी हुई और बैड लोन्स के प्रावधानों में गिरावट देखने को मिली।
रॉयटर्स की रिपोर्ट से पता चलता है कि रिफाइनिटिव डेटा के मुताबिक विश्लेषकों को 20.55 अरब रुपये के मुनाफे की उम्मीद थी।
मई 2022 से भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) द्वारा ब्याज दरों में 250 आधार अंकों (basis points) की बढ़ोतरी के बावजूद, कई बैंकों के लोन दोहरे अंकों में बढ़े हैं, जिससे ऋण की मजबूत मांग देखी गई है।
Indusind Bank द्वारा जून तिमाही में दिया गया एडवांस सालाना आधार पर 22 फीसदी की बढ़ गया, जबकि जमा 15 में फीसदी का इजाफा हुआ।
सीईओ और प्रबंध निदेशक, सुमंत कथपालिया ने कहा कि हमारे पास पैसा जमा करने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि से लोन के ग्रोथ में मदद मिली। नियमित लोगों द्वारा की गई जमा राशि में पिछले वर्ष की तुलना में 21% की वृद्धि हुई, और कुल डिपॉजिट में 15% की बढ़ोतरी हुई।
बैंक की शुद्ध ब्याज आय (Net Interest Income) 18 फीसदी बढ़कर 48.67 अरब रुपये हो गई। जबकि पिछले साल समान तिमाही में बैंक का NII 9.5 फीसदी बढ़कर 8,181.77 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था।
इस बीच, शुद्ध ब्याज मार्जिन, जो बैंक की प्रॉफिटेबिलिटी की ओर संकेत करता है, एक साल पहले के 4.21 फीसदी से बढ़कर 4.29 फीसदी हो गया।
एसेट क्वालिटी में थोड़ा सुधार हुआ, सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) अनुपात पिछली तिमाही के 1.98 फीसदी से सुधरकर 1.94 फीसदी हो गया।
बैंक ने शुद्ध एनपीए (Net NPA) 0.58 फीसदी दर्ज किया है। बता दें कि 31 मार्च, 2023 यानी वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में बैंक का Net NPA नेट एडवांस का 0.59% था।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के सबसे बड़े प्राइवेट कर्जदाता, HDFC Bank ने भी सोमवार को पहली तिमाही के मुनाफे में उम्मीद से ज्यादा 30 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की।
नतीजों से पहले इंडसइंड बैंक के शेयर सपाट बंद हुए।
कर्जदाता ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि वह गुरुवार को डेट सिक्योरिटीज के माध्यम से धन जुटाने पर विचार करेगा।