सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के IDBI बैंक में कुल 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर बैंक का निजीकरण करने के लिए संभावित निवेशकों से बोलियां आमंत्रित की है। बोलियां जमा करने या अभिरुचि पत्र (ईओआई) जमा करने की अंतिम तिथि 16 दिसंबर, 2022 तय की गई है।
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के पास वर्तमान में IDBI बैंक में 529.41 करोड़ शेयरों के साथ 49.24 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि केंद्र सरकार के पास 488.99 करोड़ शेयरों के साथ 45.48 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) ने शुक्रवार को बोलियां आमंत्रित करते हुए कहा कि इस प्रक्रिया में सरकार की 30.48 प्रतिशत और LIC की 30.24 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचा जाएगा। DIPAM ने कहा कि दोनों की हिस्सेदारी मिलकर IDBI बैंक की इक्विटी शेयर पूंजी का 60.72 प्रतिशत है।
इसके साथ ही IDBI बैंक में नियंत्रण हिस्सेदारी भी संभावित खरीदार को स्थांतरित हो जाएगी। IDBI बैंक का शेयर BSE सेंसेक्स पर पिछले बंद के मुकाबले 0.71 प्रतिशत की बढ़त के साथ 42.70 रुपये पर बंद हुआ। मौजूदा बाजार मूल्य पर इस बैंक में 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी का मूल्य 27,800 करोड़ रुपये से अधिक बैठेगा।