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PM मोदी के निशाने पर शरद पवार, कृषि परियोजनाएं पर कांग्रेस को घेरा

मोदी ने मौजूदा चुनावों में पर्याप्त उम्मीदवार नहीं उतारने के लिए कांग्रेस का मजाक भी उड़ाया। उन्होंने कहा कि एक समय था, जब कांग्रेस के पास 400 सांसद थे।

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- April 30, 2024 | 8:35 PM IST

Lok Sabha Elections: दो चरणों के चुनाव के बाद तीसरे चरण के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आक्रमक शैली में चुनाव प्रचार शुरु किया। महाराष्ट्र के माढ़ा में रैली में मोदी ने शरद पवार पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस को निशाने में लिया।

उन्होंने कांग्रेस के 60 वर्षों के कार्यकाल की तुलना अपने दस वर्षों के कार्यकाल से की। इसके अलावा सिंचाई परियोजना को लेकर भी उन्होंने कांग्रेस और शरद पवार को को घेरा।

सोमवार को शरद पवार को एक भटकती आत्मा बताने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख पर अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि 15 वर्ष पहले एक बहुत बड़े नेता यहां चुनाव लड़ने आए थे और तब उन्होंने डूबते सूरज की शपथ लेकर कहा था कि यहां सूखे से प्रभावित क्षेत्रों तक पानी पहुचाएंगे। क्या लोगों को पानी मिला? क्या आपको याद है? उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया, अब उन्हें दंडित करने का समय आ गया है।

उसके बाद उस नेता ने यहां से चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं की। विदर्भ हो या मराठवाड़ा हो, वर्षों से यहां के लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसाने का पाप होता रहा है।

कांग्रेस को देश ने 60 वर्ष तक राज करने का मौका दिया और इन 60 वर्षों में दुनिया के अनेक देश पूरी तरह से बदल गए लेकिन कांग्रेस किसानों के खेत तक पानी नहीं पहुंचा पाई। वर्ष 2014 में करीब 100 सिंचाई परियोजनाएं ऐसी थीं जो कई दशकों से लटकी पड़ी थीं। इसमें से 26 परियोजनाएं महाराष्ट्र से थीं।

वर्ष 2014 में सरकार बनने के बाद मैंने पूरी शक्ति इन सिंचाई परियोजनाओं पर लगा दी। कांग्रेस की लटकाई 100 परियोजनाओं में से 63 हमने पूरी की हैं। हर खेत में, हर घर तक पानी पहुंचाना मेरे जीवन का बहुत बड़ा मिशन है।

पवार पर हमला करते हुए मोदी कहा कि जब वह रिमोट कंट्रोल सरकार में कृषि मंत्री थे, तब गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 200 रुपये था, लेकिन अब मोदी के सेवाकाल के तहत यह 340 रुपये प्रति क्विंटल है। जब यह दिग्गज नेता दिल्ली में कृषि मंत्री थे, गन्ना किसान अपने बकाए के लिए इधर-उधर भागते थे। आज स्थिति बदल गई है क्योंकि 100 प्रतिशत बकाया भुगतान हो रहा है।

2014 में किसानों को भुगतान किए गए गन्ना बकाया की राशि 57,000 करोड़ रुपये थी, लेकिन इस वर्ष उन्हें बकाया के रूप में 1,14,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। आयकर के कारण देश की चीनी मिल प्रभावित हो रहे थे। जब हम सत्ता में आए तो हमने समाधान दिया और आयकर माफ कर सहकारी चीनी मिलों को 10,000 करोड़ रुपये की राहत दी।

कृषि मंत्री के रूप में पवार के कार्यकाल के दौरान, सरकार ने किसानों से केवल 7.5 लाख करोड़ रुपये की कृषि उपज खरीदी लेकिन पिछले 10 वर्ष में किसानों से 20 लाख करोड़ रुपये की उपज खरीदी गई है।

गौरतलब है कि मोदी ने सोमवार को पुणे में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में एक भटकती आत्मा है। यदि उसे सफलता हासिल नहीं होती है तो वह दूसरों के अच्छे काम को खराब करती है। महाराष्ट्र इसका शिकार रहा है। यह खेल 45 वर्ष पहले इसी नेता ने शुरू किया था। यह सिर्फ उनकी निजी महत्वाकांक्षा के लिए था और फिर महाराष्ट्र हमेशा एक अस्थिर राज्य रहा।

इसी का नतीजा था कि कई मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। सहकारी क्षेत्र का दायरा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसीलिए, 2019 में सत्ता में आने के बाद, हमने इस क्षेत्र के लिए एक अलग केंद्रीय सहकारी मंत्रालय बनाया। पिछली सरकारों के दौरान केंद्र द्वारा प्रदान किया गया धन कांग्रेस की हथेली से लूटा जाता था लेकिन उनकी सरकार में दिल्ली से जारी किया गया पैसा किसानों के खातों में जा रहा है।

मोदी ने मौजूदा चुनावों में पर्याप्त उम्मीदवार नहीं उतारने के लिए कांग्रेस का मजाक भी उड़ाया। उन्होंने कहा कि एक समय था, जब कांग्रेस के पास 400 सांसद थे, आज वह पार्टी 250-275 उम्मीदवार नहीं उतार पाती है। अगर किसी को सरकार बनानी है तो कम से कम 272 सीटें होनी चाहिए, लेकिन वे उतनी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। अगर वे इतनी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं तो क्या वे बहुमत हासिल करेंगे, इसलिए उस पार्टी के लिए अपना वोट क्यों बर्बाद करें जो सरकार बनाने के लिए चुनाव भी नहीं लड़ रही है। जब देश में एक मजबूत सरकार होती है, तो उसका ध्यान वर्तमान के साथ-साथ भविष्य पर भी होता है।

मोदी ने कहा कि लोग उनकी सरकार के 10 वर्ष और कांग्रेस के 60 वर्ष के शासन के बीच अंतर देख रहे हैं। कांग्रेस 60 वर्ष में जो नहीं कर पाई, आपके इस सेवक ने 10 वर्ष में करके दिखाया है। कांग्रेस नेता हर चुनाव में गरीबी हटाने की बात करते रहे लेकिन कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया। पिछले 10 वर्ष में उनकी सरकार 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सफल रही है और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है।

First Published : April 30, 2024 | 8:35 PM IST