अमेरिका में ग्रोथ के 2024 में 2.8 फीसदी से 2025 में 1.6 फीसदी तक काफी धीमा होने का अनुमान है।
India GDP Growth: यूनाइटेड नेशंस ने भारत की 2025 के लिए इकॉनमिक ग्रोथ का अनुमान घटाकर 6.3 फीसदी कर दिया है। जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में कटौती के बावजूद भारत मजबूत खपत और सरकारी खर्च के चलते सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी इकॉनमी में से एक बना हुआ है। यूनाइटेड नेशंस ने गुरुवार को ‘द वर्ल्ड इकनॉमिक सिचुएशन ऐंड प्रॉस्पेक्ट्स एज़ ऑफ मिड-2025’ रिपोर्ट जारी की। 2024 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.1 फीसदी थी।
यूनाइटेड नेशंस के इकनॉमिक ऐंड सोशल अफेयर्स (DESA) विभाग के ग्लोबल इकनॉमिक मॉनिटरिंग ब्रांच, इकनॉमिक एनालिसिस ऐंड पॉलिसी डिवीजन के सीनियर इकनॉमिक अफेयर्स ऑफिसर, इंगो पिट्टर्ले ने यहां एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “भारत मजबूत निजी खपत और सार्वजनिक निवेश के कारण सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी इकॉनमी में से एक बना हुआ है, भले ही 2025 में ग्रोथ अनुमानों को 6.3 फीसदी तक कम कर दिया गया है।”
रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्लोबल इकॉनमी एक नाजुक मोड़ पर है, जिसकी अहम वजह बढ़ता ट्रेड तनाव और बड़े पैमाने पर पॉलिसी अनिश्चितता है। यूएस की ओर से टैरिफ में हालिया बढ़ोतरी उत्पादन लागत बढ़ाने, ग्लोबल सप्लाई चेन को बाधित करने और फाइनैंशियल अस्थिरता बढ़ाएगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मजबूत निजी खपत और मजबूत सार्वजनिक निवेश, साथ ही मजबूत सेवाओं के एक्सपोर्ट, इकॉनमिक ग्रोथ का समर्थन करेंगे। हालांकि अमेरिका के टैरिफ मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट पर भारी पड़ते हैं। फिलहाल छूट वाले सेक्टर जैसे फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, एनर्जी और कॉपर इकनॉमिक पर होने वाले असर को सीमित कर सकते हैं। लेकिन यह छूट स्थायी नहीं हो सकती है।
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2025 में भारत के लिए 6.3 प्रतिशत ग्रोथ का अनुमान इस साल जनवरी में प्रकाशित संयुक्त राष्ट्र विश्व इकनॉमिक सिचुएशन ऐंड प्रॉस्पेक्ट्स 2025 में अनुमानित 6.6 प्रतिशत से थोड़ा कम है। 2026 के लिए भारत के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4 प्रतिशत है।
भारत में, स्थिर इकनॉमिक परिस्थितियों के बीच बेरोजगारी काफी हद तक स्थिर बनी हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में, इन्फ्लेशन के 2024 में 4.9 फीसदी से घटकर 2025 में 4.3 फीसदी होने का अनुमान है, जोकि रिजर्व बैंक के टारगेट रेंज के भीतर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्लोबल GDP ग्रोथ अब 2025 में 2.4 फीसदी रहने का अनुमान है, जो 2024 में 2.9 फीसदी थी और जनवरी 2025 के अनुमान से 0.4 फीसदी कम है। 2026 के लिए 2.5% ग्रोथ का अनुमान है।
वहीं, रिपोर्ट का कहना है कि बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका की सरकारों से IMF समर्थित कार्यक्रमों के तहत फाइनैंस कंसोलिडेशन और इकनॉमिक सुधारों को जारी रखने की उम्मीद है।
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