कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन के कारण मई 2021 में माइक्रोफाइनैंस क्षेत्र के संग्रह में 10 से 15 प्रतिशत की कमी आ सकती है। इंडिया रेटिंग्स के मुताबिक माइक्रोफाइनैंस इंस्टीट्यूशंस (एमएफआई) में यह अंतर ज्यादा हो सकता है, जो उनके कार्यक्षेत्र व उस इलाके में लगे प्रतिबंधों पर निर्भर होगा।
इंडिया रेटिंग्स ने अपने माइक्रोफाइनैंस आउटलुक में अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 21 में एमएफआई की क्रेडिट लागत 3 से 8 प्रतिशत के बीच रह सकती है। पहली लहर के दौरान संग्रह में बहुत कमी आई थी, जो सितंबर 2020 के बाद सामान्य हो गई थी।
अप्रैल-मई अवधि के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए रेटिंग एजेंसी ने कहा कि एमएफआई और लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) के संग्रह में मासिक आधार पर अप्रैल 2021 में 3 से 5 प्रतिशत की गिरावट आई है और मई, 2021 के पहले पखवाड़े मेंं संग्रह 5 से 7 प्रतिशत कम हुआ है।
इस बार महामारी व्यापक रूप से गांवों में पहुंच गई है। कोविड की पहली लहर में ग्रामीण इलाकों में असर कम था और शहरी इलाके ज्यादा प्रभावित हुए थे। ऐसे में वित्त वर्ष 21 की दूसरी छमाही में बहुत तेज रिकवरी हुई।