छुट्टियों की वजह से सूचना प्रौद्योगिकी (IT) सेवा उद्योग के लिए वित्त वर्ष की दूसरी छमाही सामान्य रूप से कमजोर रहती है। लेकिन व्यापक परिदृश्य के संबंध में बिगड़ते माहौल की वजह से वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही आगे भी सुस्त रह सकती है, जिस कारण कंपनियां सौदा निपटान के लिहाज से चिंता जता रही हैं।
इस चेतावनी का संकेत एचसीएल टेक ने दिया था। कंपनी के प्रबंधन ने दिसंबर के पहले सप्ताह में अपने निवेशक दिवस के दौरान इंगित किया था कि वित्त वर्ष 23 का राजस्व अनुमान के निचले स्तर पर रह सकता है। इसका कारण था बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) तथा आधुनिक तकनीक जैसे क्षेत्रों में अधिक छुट्टियां।
वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में टियर-1 वाली लगभग सभी कंपनियों ने कहा था कि सामान्य रूप से व्यापक माहौल का बजट पर कोई असर नहीं पड़ा है। हालांकि कुछ ऐसे विशिष्ट क्षेत्र भी रहे, जहां सौदा निपटाने में विलंब नजर आया। इनमें ऋण, आधुनिक प्रौद्योगिकी, खुदरा और दूरसंचार शामिल हैं।
विश्लेषकों के मुताबिक इसका मतलब यह है कि प्रमुख फर्मों के मामले में राजस्व वृद्धि एक से तीन फीसदी रहेगी और मिड-कैप के मामले में यह ऋणात्मक और पांच प्रतिशत के बीच रह सकती है। अलबत्ता आपूर्ति पक्ष की बाधाओं के नियंत्रण में रहने और करेंसी की अनुकूल दिशा की वजह से इस तिमाही में मार्जिन में सुधार होने के आसार हैं।
आईटी सेवाओं के परिणाम 9 जनवरी से आने शुरू होंगे और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) अपने आंकड़ों की घोषणा करने वाली पहली कंपनी होगी। इसके बाद इन्फोसिस और एचसीएलटेक 12 जनवरी को अपने आंकड़ों की घोषणा करेगी। विश्लेषकों को उम्मीद है कि तीसरी तिमाही इस क्षेत्र के लिए आगाह करने वाली होगी, जो अब तक उत्साहजनक वृद्धि दिखाने में कामयाब रहा है।
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कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सालाना आधार पर तुलना करने पर राजस्व वृद्धि ऊंचे आठ-नौ प्रतिशत से लेकर 14-15 प्रतिशत के बीच हल्की रहेगी। एबिटा मार्जिन कम हो गया है और इसमें मामूली सुधार होने की संभावना रहेगी। हमने यह बात नोट की है कि उद्योग पिछले दो वर्षों में छुट्टियों के प्रभाव से बच गया।
आईडीबीआई कैपिटल की रिपोर्ट में कहा गया है कि आपूर्ति पक्ष की चुनौतियों में कमी, नौकरी छोड़ने की दर में कमी और लागत दक्षता से मार्जिन को बढ़ावा मिलेगा। इसलिए लार्ज कैप में 35 से 117 आधार अंक (बीपीएस) का सुधार होने की उम्मीद है।