कोविड मामलों में कमी आने के बाद अब अधिक लोगों ने काम पर जाना शुरू कर दिया है। देश में संक्रमण के रोजाना मामले 6 फरवरी को घटकर 83,876 तक रह गए। सर्च इंजन गूगल के मोबिलिटी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2020 के शुरुआती दौर में जब महामारी का प्रसार धीरे-धीरे बढऩा शुरू हुआ था, उस वक्त की तुलना में कार्यस्थल पर जाने वालों की तादाद 7.3 प्रतिशत अधिक है। इसके जरिये अनाम लोकेशन डेटा का इस्तेमाल करते हुए इस बात का अंदाजा होता है कि महामारी के दौरान लोगों की गतिविधियां कैसी थीं। खुदरा दुकानों और मनोरंजन स्थलों पर लोगों की वापसी के संकेत मिले हैं।
वैश्विक लोकेशन तकनीक कंपनी टॉम टॉम इंटरनैशनल के आंकड़े दर्शाते हैं कि सोमवार सुबह 9 बजे दिल्ली में पिछले हफ्ते की तुलना में यातायात भीड़ अधिक थी। यह पिछले हफ्ते के 51 प्रतिशत की गिरावट की तुलना में 48 फीसदी कम रही। हालांकि मुंबई में यातायात भीड़ कम हो गई। सरकार ने मशहूर पाश्र्व गायिका लता मंगेशकर की मौत के बाद सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की थी जिसकी वजह से यातायात की भीड़ कम रही। मुंबई में यातायात 2019 की तुलना में 66 प्रतिशत तक रहा। वाहनों का पंजीकरण पिछले हफ्ते की तुलना में कम रहा। लोगों ने 3,66,220 वाहनों का पंजीकरण कराया जो 2019 की तुलना में 17.6 प्रतिशत कम है। पिछले हफ्ते यह अंतर 24.5 प्रतिशत तक रहा जब 324,966 वाहनों का पंजीकरण कराया गया था।
ताजा हफ्ते के दौरान घरेलू विमानों में 14 लाख यात्रियों ने उड़ान भरी जबकि उससे पिछले हफ्ते यह संख्या 12 लाख थी। पिछले हफ्ते के दौरान कुल विमानों की संख्या 11,380 से बढ़कर 11,738 हो गई जो हवाई यात्रा में बढ़ोतरी के संकेत देता है। भारतीय रेलवे ने माल ढुलाई की मात्रा में अधिक वृद्धि दर्ज की। यह पहले के 7.2 प्रतिशत की तुलना में 8 फीसदी तक थी। माल ढुलाई के जरिये होने वाली रेलवे की कमाई में वृद्धि पिछले साल के समान हफ्ते की तुलना में वृद्धि 12.2 प्रतिशत तक रही। इससे पिछले हफ्ते यह वृद्धि 11.7 प्रतिशत तक रही। बिजली उत्पादन में वृद्धि पिछले वित्त वर्ष की तुलना में थोड़ी अधिक रही क्योंकि देश के ज्यादातर हिस्से में अब सर्दी का मौसम खत्म हो रहा है। देश के बिजली संयंत्रों में 6 फरवरी को खत्म हुए हफ्ते के दौरान रोजाना औसतन 394.4 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ जो वित्त वर्ष 2021 की समान अवधि के 385.5 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादन से 2.3 प्रतिशत अधिक है। हालांकि वित्त वर्ष 2020 के समान हफ्ते की तुलना में 9.3 प्रतिशत अधिक है। बिजली उत्पादन सप्ताहिक आधार पर 2.5 प्रतिशत तक अधिक रहा।
बिज़नेस स्टैंडर्ड इन संकेतकों का जायजा लेता है क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था की मौजूदा तस्वीर का अंदाजा मिलता है। आधिकारिक वृहद अर्थव्यवस्था के आंकड़े एक अंतराल के बाद जारी किए जाते हैं। वैश्विक स्तर पर विश्लेषक समान तरह के संकेतकों का जायजा ले रहे हैं। इससे इस बात का अंदाजा भी मिलता है कि अर्थव्यवस्था पर कैसा असर पड़ा है क्योंकि सरकार ने कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए प्रतिबंध लगाए थे। गूगल डेटा भी एक अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। ताजा आंकड़े गुरुवार 3 फरवरी के हैं। यातायात के डेटा सोमवार के हैं। बाकी सभी डेटा रविवार 6 फरवरी के हैं।