वस्तु एवं सेवाकर में 17 स्थानीय करों और शुल्कों को शामिल किया गया था और इसे 1 जुलाई 2017 से लागू किया गया। पिछले 6 साल में कुछ ऐसे उत्पादों और सेवाओं पर कर घटाया गया है, जो आम लोग इस्तेमाल करते हैं।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के आंकड़ों के मुताबिक आटा, कॉस्मेटिक, टेलीविजन, रेफ्रिजरेटर जैसी चीजें जीएसटी लागू किए जाने के तत्काल बाद सस्ती हो गईं।
इसकी वजह से परिवारों की आमदनी पर दबाव कम हुआ और वहन करने की क्षमता बढ़ी। शनिवार को संपन्न हुई जीएसटी परिषद की बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘मैं करदाताओं को आश्वस्त करना चाहती हूं कि हमारा इरादा जीएसटी भुगतान करने वालों का जीवन आसान बनाने का है। हम न्यूनतम अनुपालन की दिशा में काम कर रहे हैं।’