वाराणसी से डिब्रुगढ़ तक 3200 किलोमीटर की दुनिया की सबसे लंबी जल यात्रा के लिए गंगा विलास क्रूज को शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने हरी झंड़ी दिखा कर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश में 111 राष्ट्रीय जलमार्गों को विकसित करने का काम चल रहा है और इनमें दो दर्जन पर परिवहन की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भारत में माल ढुलाई के लिए जल परिवहन बड़ा साधन बनेगा। बीते आठ सालों में जल मार्ग से माल ढुलाई में तीन गुना की वृद्धि हुयी। आठ साल पहले देश में केवल 30 लाख टन माल जल मार्ग से ले जाया जाता था। उन्होंने कहा कि 2014 में जहां देश में केवल पांच जलमार्ग विकसित हुए थे वहीं आज इनकी तादाद काफी हो चुकी है। शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री ने वाराणसी में गंगा कनारे बसाई गयी पांच सितारा सुविधाओं वाली टेंट सिटी का भी उद्घाटन किया।
वर्चुअल तरीके से गंगा विलास क्रूज की यात्रा को हरी झंड़ी दिखाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह पूर्वी भारत को विकास का इंजन बनाने में मददगार साबित होगा। इस जल मार्ग के जरिए वाराणसी का जुड़ाव हल्दिया मल्डीमोडल टर्मिनल के साथ ही बंगलादेश के प्रोटोकाल रुट और पूर्वोत्तर भारत के साथ हो रहा है। साथ ही यह कोलकाता और बंगलादेश के बंदरगाहों के साथ वाराणसी को जोड़ रहा है जो उत्तर प्रदेश, बिहार व झारखंड से बंगाल औऱ बंगलादेश को व्यापार बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि ‘गंगा विलास’ पर्यटकों को हमारी समृद्ध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं के साथ-साथ ‘नए भारत’ का भी अवलोकन कराएगा। काशी से डिब्रूगढ़ के बीच दुनिया की सबसे बड़ी नदी जल यात्रा गंगा विलास क्रूज पूर्वी भारत के अनेक पर्यटक स्थलों को वर्ल्ड टूरिज्म मैप में और प्रमुखता से लाएगी।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने 1000 करोड़ से ज्यादा की जल मार्ग की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। उन्होंने हल्दिया मल्टी मॉडल टर्मिनल और उत्तर प्रदेश की चार सामुदायिक जेटी का लोकार्पण तथा बिहार की पांच सामुदायिक जेटी का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने असम के पांडु के शिप रिपेयर सेंटर और पांडु टर्मिनल को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने वाली एलिवेटेड रोड का शिलान्यास किया तथा गुवाहाटी में मैरीटाइम स्किल सेंटर फॉर नॉर्थ ईस्ट का लोकार्पण किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि क्रूज़ टूरिज्म का ये नया दौर इस क्षेत्र में हमारे युवा साथियों को रोजगार-स्वरोजगार के नए अवसर देगा। विदेशी पर्यटकों के लिए तो ये आकर्षण होगा ही, देश के भी जो पर्यटक पहले ऐसे अनुभवों के लिए विदेश जाते थे… वो भी अब पूर्वी-उत्तर पूर्वी भारत का रुख कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि ये क्रूज 25 अलग-अलग नदियों से होकर गुजरेगा और जो लोग भारत के समृद्ध खान-पान का अनुभव लेना चाहते हैं उनके लिए भी ये बेहतरीन अवसर होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि गंगा पर बन रहा राष्ट्रीय जलमार्ग पूरे देश के लिए एक मॉडल की तरह विकसित हो रहा है। ये राष्ट्रीय जलमार्ग ट्रांसपोर्ट, ट्रेड और टूरिज्म के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम बन रहा है। उन्होंने कहा कि मजबूत कनेक्टिविटी विकसित भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और केंद्र व राज्य सरकार इस पर मिशन मोड में काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।