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BlackRock को बड़ा झटका, भारतीय उद्यमी पर $500 मिलियन धोखाधड़ी का आरोप

BlackRock और HPS से जुड़े अरबों के ठगी मामले में बंकिम ब्रह्मभट्ट के फर्जी व्यवसायों का खुलासा, लेकिन नुकसान नियंत्रित।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- November 01, 2025 | 12:34 PM IST

अंतरराष्ट्रीय निवेश फर्म BlackRock की प्राइवेट क्रेडिट इकाई HPS Investment Partners और अन्य वैश्विक वित्तीय संस्थाएं भारतीय उद्यमी बंकिम ब्रह्मभट्ट से जुड़े $500 मिलियन से अधिक की ठगी की रकम वापस पाने की कोशिश कर रही हैं, जैसा कि The Wall Street Journal ने रिपोर्ट किया है।

बंकिम ब्रह्मभट्ट, Broadband Telecom और Bridgevoice के संस्थापक, पर आरोप है कि उन्होंने टेलीकॉम परिसंपत्तियों और चालानों को नकली बनाकर अंतरराष्ट्रीय फाइनेंसरों से करोड़ों डॉलर के लोन हासिल किए।

बंकिम ब्रह्मभट्ट कौन हैं?

ब्रह्मभट्ट लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय टेलीकॉम सेवा उद्योग में सक्रिय हैं। उन्होंने ऐसी कंपनियां बनाई जो वैश्विक वाहकों के बीच वॉइस और डेटा ट्रैफिक की सुविधा प्रदान करती थीं। उनके व्यवसाय अमेरिका, यूरोप और एशिया में फैले हुए थे और विश्वसनीय इंटरमीडियरी के रूप में जाने जाते थे।

घटना के पहले, ब्रह्मभट्ट को एक सफल NRI व्यवसायी माना जाता था। उनके न्यूयॉर्क स्थित Garden City कार्यालय और Carriox Capital II तथा BB Capital SPV जैसी निवेश संस्थाओं से जुड़े संबंध थे।

कई सालों की ठगी के आरोप

HPS और अन्य लेंडरों की कोर्ट फाइलिंग के अनुसार, ब्रह्मभट्ट और उनकी कंपनियों ने नकली चालान, फर्जी ईमेल और बनावटी कॉन्ट्रैक्ट तैयार किए ताकि लोन हासिल किया जा सके। यह ठगी मुख्य रूप से एसेट-बेस्ड फाइनेंसिंग के माध्यम से हुई, जिसमें भविष्य के ग्राहक भुगतान को गारंटी के तौर पर पेश किया गया।

जांच में सामने आया कि कंपनियों ने नकली वेबसाइटें भी बनाई जो वास्तविक टेलीकॉम क्लाइंट्स जैसी दिखती थीं, ताकि ऑडिटर्स और लेंडरों को गुमराह किया जा सके। पिछले दो सालों में हर ईमेल फर्जी था और दस्तावेजों की तारीखें 2018 तक की फर्जी पाई गईं।

ब्रिजवॉइस फ्रॉड का खुलासा: अरबों का घोटाला, कंपनी और मालिक दिवालिया हुए

जुलाई 2024 में HPS कंपनी के एक कर्मचारी ने ग्राहक ईमेल पते में गड़बड़ी देखी, जिससे बड़ी धोखाधड़ी का पता चला। जांच में यह सामने आया कि बेल्जियम की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी BICS का ब्रिजवॉइस से कोई व्यापारिक संबंध नहीं था। BICS ने इन ईमेल को “पुष्ट धोखाधड़ी प्रयास” बताया।

इसके बाद Deloitte और CBIZ की जांच में खुलासा हुआ कि ग्राहक डेटा, इनवॉइस और कॉन्ट्रैक्ट पूरी तरह से फर्जी थे। यह कई सालों तक चलने वाला जटिल घोटाला था।

जैसे ही ऋणदाता मामले को लेकर ब्राह्मभट्ट से संपर्क करने लगे, उन्होंने फोन और ईमेल का जवाब देना बंद कर दिया। न्यूयॉर्क स्थित उनके कार्यालय बंद और सुनसान पाए गए, जबकि उनके घर खाली और कई लग्जरी कारें बाहर खड़ी थीं।

सूत्रों के अनुसार ब्राह्मभट्ट भारत या मॉरिशस चले गए हैं। अगस्त 2024 तक उनकी कंपनियां – ब्रॉडबैंड टेलीकॉम, ब्रिजवॉइस, कैरियॉक्स कैपिटल II और बीबी कैपिटल SPV – सभी ने दिवालियापन दाखिल कर दिया। 12 अगस्त 2024 को ब्राह्मभट्ट ने व्यक्तिगत दिवालियापन भी दर्ज कराया।

HPS का नुकसान 2021 में 385 मिलियन डॉलर से बढ़कर 2024 तक 430 मिलियन डॉलर हो गया। BNP Paribas ने इस मामले से जुड़े 220 मिलियन डॉलर को रिजर्व में रखा।

ब्राह्मभट्ट के वकील ने आरोपों को खारिज किया और इसे “गलत” बताया, साथ ही कहा कि उनका कारोबार वैध था।

हाल ही में सामने आई धोखाधड़ी के मामले में आधे अरब डॉलर से ज्यादा की रकम शामिल है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसका BlackRock के बैलेंस शीट पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। HPS, जो कि लगभग 179 अरब डॉलर के संपत्ति का प्रबंधन करता है, के लिए यह संभावित नुकसान “संभवतः नियंत्रित” है।

फिर भी इस घटना ने BlackRock के प्राइवेट क्रेडिट पोर्टफोलियो में जांच-पड़ताल और सत्यापन प्रक्रियाओं की समीक्षा शुरू करवा दी है। इस कदम के पीछे मकसद यह है कि लेंडर्स (उधार देने वाले) एसेट-बैक्ड लोन (संपत्ति आधारित ऋण) में सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन को और मजबूत करें।

First Published : November 1, 2025 | 12:34 PM IST