अर्थव्यवस्था

CCIL अब अन्य मुद्राओं में भी निपटान सुविधा बनाने की दिशा में बढ़ाएगा कदम: संजय मल्होत्रा

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि सीसीआईएल रुपये के अंतरराष्ट्रीयकरण के तहत डॉलर-रुपये से परे अन्य मुद्राओं में निपटान सुविधा विकसित कर व्यापार को बढ़ावा देगा

Published by
अंजलि कुमारी   
सुब्रत पांडा   
Last Updated- September 19, 2025 | 10:43 PM IST

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को कहा कि रुपये के अंतरराष्ट्रीयकरण के व्यापक उद्देश्य को देखते हुए क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड(सीसीआईएल) डॉलर और रुपये (यूएसडी-आईएनआर) से परे मुद्राओं को जोड़ने तथा व्यापार और निपटान सेवाओं की सुविधा के लिए जरूरी बुनियादी ढांचा स्थापित करने की संभावना देख सकता है। 

रिजर्व बैंक रुपये के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए कई कदम उठा रहा है, जिसमें द्विपक्षीय मुद्रा व्यवस्थाएं रुपये में व्यापार के निपटान की व्यवस्था और विशेष वोस्त्रो खाते खोलने आदि जैसे कदम शामिल हैं। सीसीआईएल इस समयय सिर्फ डॉलर और रुपये में निपटान की सुविधा मुहैया कराता है। सीसीआईएल विदेशी मुद्रा क्लियरिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से अंतरबैंक डॉलर-रुपया विदेशी मुद्रा व्यापार का गारंटीयुक्त निपटान की सुविधा देता है।  

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इसके अलावा मल्होत्रा ने यह भी कहा कि नए ब्याज दर डेरिवेटिव्स प्रोडक्ट पेश किए जाने के साथ सीसीआईएल बाजार की मांग को पूरा कर सकेगा और इसकी जरूरत का पूर्वानुमान भी लगा सकेगा, साथ ही इसके लिए जरूरी बुनियादी ढांचा भी तैयार कर सकेगा। 

मल्होत्रा ​​ने सीसीआईएल की स्थापना के 25वें वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, ‘सीसीआईएल के लिए यह महत्त्वपूर्ण होगा कि वह फॉरेक्स रिटेल और आरबीआई रिटेल डायरेक्ट पर अपने उत्पाद और सेवा पेशकशों का निरंतर अन्वेषण और संवर्धन करे, जिससे ग्राहकों को बेहतर अनुभव के साथ सेवाएं मिल सकें और बेहतरीन व्यवस्थागत क्षमता सुनिश्चित हो सके।’

First Published : September 19, 2025 | 10:39 PM IST