Titan के लक्जरी ज्वैलरी ब्रांड जोया (Zoya) की नजर अगले तीन से चार वर्षों में 20 स्टोर खोलने पर है। करीब 15 साल पहले शुरू की गई इस ब्रांड का अधिकतम विस्तार पिछले तीन से चार वर्षों में मुंबई और दिल्ली के बाहर हुआ है। साल 2020 में वैश्विक महामारी कोविड-19 के आसपास ब्रांड ने बेंगलूरु में कदम रखा था।
टाइटन के ज्वैलरी डिवीजन के मुख्य कार्य अधिकारी अजय चावला ने पूर्वी भारत में ब्रांड के प्रवेश के साथ कोलकाता में जोया बुटीक की पेशकश के मौके पर कहा कि केवल तीन वर्षों में ही हम शीर्ष तीन शहरों से आगे निकल गए हैं। चावला देश के शीर्ष 10 शहरों में लक्जरी ब्रांडों की प्रासंगिकता देखते हैं और उन्हें उम्मीद है कि यह स्थिति तब तक बरकरार रहेगी जब तक कुछ शहर धनाढ्य लोगों के परिप्रेक्ष्य से बाहर नहीं हो जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि हम कई स्टोर शुरू करना चाहते हैं। हम हर साल दो से तीन स्टोर खोलना चाहते हैं।’ साथ ही कहा कि भले ही और अधिक की गुंजाइश हो मगर यह उभरते लक्जरी गंतव्यों पर निर्भर करेगा।
जैसे-जैसे ब्रांड का विस्तार किया जा रहा है, राजस्व का भी लक्ष्य तय किया जा रहा है। चावला ने कहा, ‘इस साल हमें 400 करोड़ रुपये राजस्व की उम्मीद है। अगले चार वर्षों में हमारा राजस्व 800 से 900 करोड़ रुपये हो सकता है।’
जोया के मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, बेंगलूरु, चेन्नई, कोलकाता, पुणे और हैदराबाद में 12 विशेष बुटीक हैं और मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई और चंडीगढ़ में जोया गैलरी हैं। बाजार के रुझान पर उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रीमियमीकरण स्पष्ट रूप से देखा गया और इसके लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। अगले चार वर्षों में चावला को उम्मीद है कि धनाढ्य श्रेणी दोगुनी हो जाएगी। भारत में मांग में सुस्ती दर्ज कर रहा है। मगर चावला ने कहा कि ज्वेलरी में मंदी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है।